Current Account Deficit: पहली तिमाही में करीब 3 फीसदी बढ़ा सरकार का चालू घाटा, देखें आंकड़ें 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 29, 2022, 06:31 PM IST

इंडिया रेटिंग्स को उम्मीद है कि CAD जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद के 3.4 फीसदी या 28.4 बिलियन डॉलर के 36-तिमाही के उच्च स्तर पर पहुंच जाएगा.

डीएनए हिंदीः  भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को भारत का करंट अकाउंट डेफिसिट (Current Account Deficit) वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) का 2.8 फीसदी बढ़कर 23.9 बिलियन डॉलर हो गया है. आरबीआई बुलेटिन (RBI Bulletin) में पहले प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि सीएडी 2022-23 में जीडीपी के 3 फीसदी के भीतर रहने की संभावना है, जबकि पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 1.2 फीसदी था.

क्या है इंडिया रेटिंग्स का अनुमान
इस बीच, इंडिया रेटिंग्स को उम्मीद है कि करंट अकाउंट डेफिसिट जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद के 3.4 फीसदी या 28.4 बिलियन डॉलर के 36-तिमाही के उच्च स्तर पर पहुंच जाएगा, जो एक साल पहले 0.9 फीसदी सरप्लस था. एजेंसी के अनुसार, मार्च 2022 की तिमाही में, घाटा 1.5 फीसदी या 13.4 बिलियन डॉलर था, जबकि Q1FY22 में चालू खाता सरप्लस USD 6.6 बिलियन या सकल घरेलू उत्पाद का 0.9 फीसदी था, जब देश महामारी की दूसरी लहर की चपेट में था.

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डेट टारगेट में नहीं किया इजाफा 
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने 28 सितंबर को भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से चालू वित्त वर्ष के लिए उधार लक्ष्य अपरिवर्तित रखने की घोषणा की. सरकार के बयान के अनुसार, सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 14.21 लाख करोड़ रुपये उधार लेने का फैसला किया है और शेष राशि 5.92 लाख करोड़ रुपये दूसरी छमाही में उधार लेने की योजना है. बयान में कहा गया है कि यह डेट सिक्योरिटीज के माध्यम से उधार लिया जाएगा, जिसमें केंद्रीय बजट 2022-23 में की गई घोषणा के अनुसार सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (एसजीआरबी) जारी करने के माध्यम से 16,000 करोड़ रुपये शामिल हैं.

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यहां से भी लिया जाएगा उधार 
वित्त मंत्रालय ने कहा कि 5.76 लाख करोड़ रुपये का सकल बाजार उधार 20 साप्ताहिक नीलामी के माध्यम से पूरा किया जाएगा और यह 2, 5, 7, 10, 14, 30 और 40 साल की सिक्योरिटीज में फैला होगा. रिडेंप्शन प्रोफ़ाइल को सुचारू करने के लिए, सरकार स्विच ऑपरेशन करना जारी रखेगी. बयान में कहा गया, "बजट (बीई) स्विच राशि के ₹1,00,000 करोड़ में से, ₹56,103 करोड़ स्विच नीलामी पहले ही आयोजित की जा चुकी है और स्विच नीलामी की शेष राशि एच2 में आयोजित की जाएगी."

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