डीएनए हिंदी: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हैदराबाद में ज़ानमाई लैब के एक निदेशक के परिसर की तलाशी ली है जो कि लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स (Crypto Exchange Company WazirX) चलाने वाली कंपनी है. अधिकारियों ने बताया है कि ईडी ने वजीर एक्स के 64.67 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज कर दिया है.
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जिस दौरान वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद को बताया कि ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के कथित उल्लंघन के लिए वज़ीरएक्स से संबंधित दो मामलों की जांच कर रहा है. कंपनी के निदेशक समीर म्हात्रे के यहां कल छापेमारी की गई थी. ईडी ने बताया है कि उनके पास वज़ीरएक्स के डेटाबेस तक पूरी तरह से रिमोट एक्सेस है लेकिन वह लेनदेन का विवरण नहीं दे रहे हैं.
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यह संदेह है कि कुछ चीनी-समर्थित ऑनलाइन वित्तीय कंपनियां या तत्काल-ऋण ऐप ने अंततः विदेशों में धन को लूटने के लिए अपने मुनाफे को क्रिप्टो में बदल दिया है. ईडी अधिकारियों के अनुसार, इनमें फिनटेक फर्में शामिल थीं जिन्हें ऋण-व्यापार लाइसेंस से वंचित कर दिया गया था.
इसकी वजह यह थी कि उन्होंने व्यक्तिगत डेटा का दुरुपयोग किया था और ऋण लेने वालों को अपमानजनक कॉल और जबरन वसूली की धमकी दी थी. इन कंपनियों ने अपने लाइसेंस का इस्तेमाल करने के लिए बंद हो चुकी कंपनियों के साथ करार किया था.
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कंपनी के निदेशक समीर म्हात्रे के यहां कल छापेमारी की गई थी. खबरें सामने आई हैं कि जांच शुरू होने के बाद उन्होंने क्रिप्टो संपत्तियों में निवेश कर दिया और विदेशों में पैसा भेजकर अपने मुनाफे बढ़ाया है. हालांकि इस मामले में अभी कंपनी कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है.
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