डीएनए हिंदी: इस साल जून 2023 में रिटायरमेंट फंड EPFO से 17.89 लाख सदस्य जुड़े. रविवार को प्रकाशित श्रम मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, 3,491 कंपनियों ने पूरे महीने ECR भेजकर ईपीएफओ के जरिए से अपने कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा लाभों तक पहुंच बढ़ाया है. श्रम मंत्रालय के अनुसार, मई 2023 की तुलना में जून 2023 में EPFO सदस्यों की संख्या में 9.71% की वृद्धि हुई, जो पिछले 11 महीने के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जून में नए ईपीएफओ सदस्यों की संख्या बढ़कर 10.14 लाख हो गई, जो अगस्त 2022 के बाद सबसे अधिक संख्या है.
18 से 25 साल के हैं ज्यादातर सदस्य
18 से 25 वर्ष की आयु सीमा में सबसे अधिक लोग ईपीएफओ में शामिल होते हैं, जो जून में सभी नए सदस्यों का 57.87% है. दावा किया गया है कि इतनी अधिक संख्या युवाओं द्वारा रोजगार खोजने के लिए किए गए प्रयासों को दर्शाती है, जिनमें से कई पहली बार रोजगार की तलाश कर रहे हैं पेरोल डेटा से पता चलता है कि 12.65 लाख सदस्यों ने ईपीएफओ छोड़ दिया लेकिन बाद में वापस लौट आए. ये सदस्य नौकरी बदलने के बाद ईपीएफओ से जुड़े संस्थानों में लौट आए हैं. लोगों ने EPFO में लास्ट सैटलमेंट के लिए अप्लाई करने की बजायअपनी जमा राशि दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करने का फैसला लिया, जिससे उनकी सामाजिक सुरक्षा बढ़ गई.
ये भी पढ़े: जनता के लिए गुड न्यूज, मैच्योरिटी के बाद भी PPF में कर सकते हैं पैसे जमा, जानें ये खास नियम
जून में EPFO में इतनी महिलाएं जुड़ी
जून महीने के दौरान जोड़े गए कुल 10.14 लाख नए सदस्यों में से, पेरोल डेटा से पता चलता है कि लगभग 2.81 लाख महिला सदस्य हैं जो अभी ईपीएफओ में शामिल हुई हैं. पिछले 11 महीनों में वर्क फोर्स में एंट्री करने वाली महिलाओं की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. इसके अतिरिक्त, इस महीने के दौरान नेट वूमेन मेंबर्स की संख्या अगस्त 2022 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, जो लगभग 3.93 लाख थी.
ये भी पढ़े: जियो फाइनेंशियल सर्विसेज आज होगी की लिस्टिंग, जानें मुकेश अंबानी की नई कंपनी कितना देगी मुनाफा
इन राज्यों से जुड़े सबसे ज्यादा मेंबर्स
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा इन सब 5 राज्यों से सबसे ज्यादा लोग EPF से जुड़े. देशभर में इन राज्यों में से जुड़ने वाले सदस्यों का लगभग 60.40 प्रतिशत योगदान है. दूसरे राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र से सबसे अधिक 20.54 प्रतिशत मेंबर्स जुड़ें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम