बड़ी टेक कंपनी गूगल में कर्मचारियों की छंटनी का सिलसिला रुक नहीं रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुंदर पिचाई की अगुवाई वाली कंपनी ने अब सस्ते कर्मचारियों को प्राथमिकता देते हुए अपनी पूरी पायथन टीम को निकाल दिया है. गूगल अपना ऑपरेशन देश से बाहर सस्ती लेबर वाली जगहों पर शिफ्ट कर रही है. गूगल ने कंपनी की श्रम लागत कम करने के लिए अमेरिका के बाहर के कर्मचारियों को बहाल करने का फैसला किया है.
नौकरी से निकाले गए एक पूर्व कर्मचारी ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट करके अपना दर्द बयां किया है. Matt Hu के शख्स ने बताया कि वह दो सालों से सॉफ्टवेयर इंजीनियर था. वह अमेरिका में H-1B वीजा पर रह रहा है और असल में चीन का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि 'नो नोटिस' छंटनी से उसकी दुनिया में हलचल मचने से पहले वह अपनी प्रेमिका के साथ डिनर कर रहा था. Matt Hu ने लिखा, ''प्रेमिका के साथ डिनर करने के बाद एक इंटरव्यू की तैयारी करने चला गया, क्योंकि अगले दिन उसे एक इंटरव्यू लेना था. जब लैपटॉप खोला तो हैरान रह गया. वह 5 मिनट उसकी जिंदगी के सबसे लंबा वक्त था.''
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पायथन टीम को दिखाया बाहर का रास्ता
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि गूगल ने कंपनी की श्रम लागत कम करने के लिए अमेरिका के बाहर के कर्मचारियों को हायर करने वाली के बारे में फैसला लिया है. जिसके चलते कंपनी ने पूरी पायथन टीम को नौकरी से निकाला है. इससे पहले इसी महीने कंपनी ने कथित तौर पर रियल एस्टेट और फाइनेंस डिपार्टमेंट के कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था.
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इस विभाग के कर्मचारी हुए प्रभावित
इस छंटनी में गूगल के ट्रेडरी, बिजनेस सर्विसेज और रेवेन्यू कैश ऑपरेशन्स विभाग के कर्मचारी शामिल हैं. अचानक नौकरी से निकाल दिए जाने से कर्मचारी परेशान हैं और वहां काम कर रहे लोग भी टेंशन में हैं. उन्हें यह नहीं पता है कि कब उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा. गूगल में काम कर रहे कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं.
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