डीएनए हिंदी:वैश्विक निवेशक GQG पार्टनर्स ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. फाइलिंग के मुताबिक, कंपनी ने अतिरिक्त 0.10% हिस्सेदारी हासिल कर ली है. ओपन मार्केट में हिस्सेदारी खरीदने के बाद GQG की कुल हिस्सेदारी बढ़कर 5.03% हो गई है. कंपनी ने इस डील में 810.50 रुपये प्रति शेयर पर करीब 183 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी हासिल की गई है. अमेरिकी निवेश फर्म के रेगुलेटरी डिस्क्लोजर के मुताबिक अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन के शेयरों की खरीद 17 अगस्त को पूरी हुई. फाइलिंग के अनुसार, APSEZ में 41.93% हिस्सेदारी GQG पार्टनर्स के पास थी, और थोक लेनदेन के जरिए उन्होंने 2.2 मिलियन अतिरिक्त शेयर खरीदे.
अडानी पावर में भी शेयरहोल्डर है GQG
डेलॉइट के अडानी पोर्ट्स से ऑडिटर पद से रिजाइन करने के करीब 1 हफ्ते बाद ये डील हुई. हालांकि इसके बाद, अडानी ग्रुप ने MSKA एंड एसोसिएट्स को कंपनी के वैधानिक ऑडिटर के रूप में नियुक्त किया. अडानी पावर ने इससे पहले 16 अगस्त को 8,710 करोड़ रुपये जुटाने के लिए GQG को 8.09 % की हिस्सेदारी दी थी. यह सौदा ब्लॉक डील के जरिए पूरा हुआ और अडानी ग्रुप की कंपनियों से खरीदा गया.
ये भी पढ़ें: कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव, जानें आपके शहर में क्या है पेट्रोल-डीजल के दाम
अडानी ग्रुप की इन कंपनियों में भी इन्वेस्टमेंट
जीक्यूजी (GQG) पार्टनर्स और अन्य निवेशकों से पैसा जुटाने के लगभग एक महीने बाद, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (GQG) ने अगस्त महीने के दौरान 3,920 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील में अडानी ग्रीन एनर्जी (AGEL) में 27% हिस्सेदारी खरीदी. 2 मार्च को अडानी एंटरप्राइजेज, APSEZ, अडानी ट्रांसमिशन और अदानी ग्रीन एनर्जी में 15,446 करोड़ रुपये का और निवेश किया गया.
ये भी पढ़ें: निवेश करने के मामले में यूपी ने मारी बाजी, जानें और कौन से राज्य टॉप-5 में हैं शामिल
GQG को अडानी में दिखा फायदा
आपको बता दें कि कतर निवेश प्राधिकरण (GQG) ने विशेष रूप से, हाल ही में मार्च 2023 से अडानी समूह की अन्य कंपनियों में समय-समय पर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना और निवेश करना शुरू कर दिया है. इससे यह तो साफ जाहिर होता है कि कंपनी का इन्टरेस्ट अडानी ग्रुप की ओर बढ़ा चला जा रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम