अस्पताल के बिस्तर से लेकर चेकबुक तक जीएसटी के दायरे में नहीं, निर्मला सीतारमण ने संसद में रखी सामान की लिस्ट

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 03, 2022, 07:55 AM IST

वित्त मंत्री के मुताबिक, प्रिंटर से चेक बुक खरीदने वाले बैंकों पर ही जीएसटी टैक्स लगता है. उन्होंने कहा कि ग्राहकों के चेक और बैंकों से नकद निकासी पर जीएसटी है. इसके अलावा, उसने कहा कि ढीले खाद्य पदार्थों पर कोई जीएसटी नहीं है.

डीएनए हिंदी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) के दौरान राज्यसभा में उन वस्तुओं की सूची के बारे में विस्तार से बताया जिन पर जीएसटी लगाया जाता है. वित्त मंत्री के मुताबिक, प्रिंटर से चेक बुक खरीदने वाले बैंकों पर ही जीएसटी टैक्स लगता है. उन्होंने कहा कि ग्राहकों के चेक और बैंकों से नकद निकासी पर जीएसटी (GST on Cash Withdrawal from Banks) है. इसके अलावा, उसने कहा कि ढीले खाद्य पदार्थों पर कोई जीएसटी नहीं है. 5 फीसदी कर केवल पहले से पैक और लेबल वाली वस्तुओं पर है. 

सीतारमण ने कहा जीएसटी परिषद (GST Council) के सभी राज्य पहले से पैक, लेबल वाले खाद्य पदार्थों पर 5 फीसदी जीएसटी लगाने के प्रस्ताव पर सहमत हुए हैं एक व्यक्ति ने इसके खिलाफ नहीं बोला है. उन्होंने यह भी दोहराया कि श्मशान या मुर्दाघर पर कोई जीएसटी नहीं (No GST on crematoriums or morgues) है. हालांकि, अगर कोई नया श्मशान खोलना चाहता है तो जीएसटी लगाया जाएगा. ष्श्मशान पर कोई जीएसटी नहींय केवल नए श्मशान के निर्माण पर कर, ष्सीतारमण ने राज्यसभा में मूल्य वृद्धि पर बहस का जवाब दिया. उन्होंने आगे कहा कि अस्पताल के बिस्तर या आईसीयू, केवल 5,000 रुपये प्रति दिन किराए वाले कमरे पर कर को जीएसटी से छूट दी गई है. इसके अलावा उन्होंने जीएसटी से पहले और जीएसटी के बाद के करों की तुलना की और दावा किया कि उनकी सरकार ने कई वस्तुओं पर उपकर कम किया है, जिससे जनता अनजान है. वित्त मंत्री के अनुसार:

उत्पाद प्री जीएसटी (फीसदी में) पोस्ट जीएसटी (फीसदी मे)
टूथपाउडर 17 12
हेयर ऑयल   23.9 18
साबुन 29.9 18
जूते 21 18
पेंट 31.5 18
चीनी 6 5
मिठाई 7 5
वॉशिंग मशीन 31.8 18

6 फीसदी लाने का प्रयास 
महंगाई पर बहस में, वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने खुदरा महंगाई से निपटने के लिए जमीनी स्तर के इनपुट के आधार पर एक लक्षित दृष्टिकोण अपनाया है, जो लगभग 7 फीसदी पर कर रहा है. सीतारमण ने जोर देकर कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक दोनों ही महंगाई को सात प्रतिशत से नीचे और छह प्रतिशत से नीचे लाने के लिए कदम उठा रहे हैं. सरकार ने आरबीआई को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई दोनों तरफ 2 फीसदी के मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत पर बनी रहे.

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रुपये में गिरावट नहीं 
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दूसरे देशों और यहां तक ​​कि विकसित देशों की स्थिति की तुलना में निश्चित रूप से काफी बेहतर है. सीतारमण ने कहा कि भारतीय रुपये के मूल्य में कोई गिरावट नहीं है, और कहा, और वास्तव में, यदि आप भारतीय रुपये की तुलना अन्य मुद्राओं से करते हैं, तो यह अपने तरीके से सराहना कर रहा है. जल जीवन मिशन पर, वित्त मंत्री ने कहा कि 2019 में, केवल 3.2 करोड़ घरों को पाइप से पानी मिल रहा था, लेकिन अब 9.6 करोड़ घरों में पाइप से पानी मिल रहा है.

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