2014 से लेकर अब तक कितना बढ़ा कृषि बजट? जानिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने क्या कहा

नेहा दुबे | Updated:Jun 11, 2023, 03:47 PM IST

Union Tourism Minister G Kishan Reddy

केंद्रीय पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी ने एक कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए, कहा कि “ कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने और प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ऐसे काम कर रही है, जैसे आजादी के बाद पहले कभी नहीं हुआ”. 

डीएनए हिंदी: केंद्रीय पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी ने शनिवार यानी 10 जून को एक कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार किसानों के फायदे के लिए लागातार नई योजनाएं लेकर आ रही है. कई योजनाओं में बदलाव भी किए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 2014 के बाद किसानों के बजट में काफी बढ़ोतरी भी हुई है.

रेड्डी ने आगे कहा कि “केंद्र सरकार किसानों के लाभ और प्रोत्साहन के लिए नई- नई नितियां और बहुत सी नई योजनाएं भी बना रही है. जो आजादी के बाद पहले कभी नहीं हुआ”. उन्होंने कहा इन नितियों के तहत ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना और प्रधानमंत्री सिंचाई योजना की शुरूआत की गई है. इसके साथ ही किसानों के सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए उनकी सुविधा के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) और मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया गया है.

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उन्होंने आगे बजट के बारे में बात करते हुए बताया कि साल 2014 में देश का कृषि बजट केवल 21,933 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने आगे बताया कि पूरे भारत में लगभग 11 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए हैं. इसके साथ ही 23 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी दिए गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि भारत में हर साल लगभग 1 लाख करोड़ रुपये का खाना बनाने का तेल आयात होता था. जिसे कम करने के लिए केंद्र सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं. उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP) में हुए वृध्दि सहित कृषि के विभन्न कार्यों में मुख्य निर्णयों और कृषि के प्रगति पर ध्यान आकर्षित किया है. 

उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार के राज में देश में उर्वरकों के क्षेत्र में क्रांति आई है. जबकि इस सरकार के पहले देश में उर्वरकों की बड़ी मात्रा में कमी थी. इन उर्वरकों के कमी के कारण ही किसान उर्वरकों के दुकानों पर लंबी कतारों में खड़े रहते थे, और उन्हें लाठीचार्ज का शिकार भी होना पड़ता था. उन्होंने कहा कि तेलंगाना के वारंगल क्षेत्र में हार्टटेक आने से एक किसान की मौत हो गई. उनका कहना है कि मोदी सरकार के द्वारा नीम लेपित यूरिया शुरू करने के बाद यूरिया के काला बाजार में कमी आया है और देश में यूरिया बड़ी मात्रा में मौजूद है. 

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