डीएनए हिंदीः गोरखपुर के खाद कारखाना हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड (HURL) ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है. मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की ओर से उसे दो पुरस्कार दिए गए हैं. इस कैटेगरी के लिए स्टील, सीमेंट, केमिकल और फर्टिलाइजर आदि की 225 से अधिक कंपनी शामिल थी. बता दें कि करीब एक साल पहले इस प्लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किया था.
HURL को मिले दो पुरस्कार
सीआईआई (CII) के 9वें संस्करण 'स्केल अवार्ड्स' में हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड को यह पुरस्कार दो श्रेणियों Supply Chain and Logistics Excellence (SCALE) और Resilience Excellence in Supply Chain Category में दिए गए हैं. सीआईआई के इस अवॉर्ड को इस श्रेणी में सबसे उत्कृष्ट पुरस्कार माना जाता है. HURL के चीफ मैनेजर (डिस्पेच एंड प्लान) डॉ रूपेश कुमार सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार मिलना काफी गर्व की बात है. यह पुरस्कार हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि कंपनी सही समय पर किसानों को उर्वरक उपलब्ध करा रही है. इस तरह के पुरस्कार हमारे काम और काम करने की इच्छा को और बढ़ाते हैं. कंपनी लॉजिस्टिक्स में नए मानक स्थापित कर कर रही है.
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पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
बता दें कि इस प्लांट का उद्घाटन पिछले साल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले 7 दिसंबर को किया गया था. एक साल के भीतर ही गोरखपुर खाद कारखाना न केवल पूरी क्षमता के साथ दौड़ने लगा बल्कि क्षमता से अधिक उत्पादन करने लगा है. पिछले एक सप्ताह से कारखाने में रोजाना चार हजार मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हो रहा है जबकि कारखाने की उत्पादन क्षमता 3850 मीट्रिक टन है. फरवरी से अब तक कारखाने से चार लाख मीट्रिक टन यूरिया, पूर्वांचल समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में भेजी जा चुकी है. कारखाने की मशीनें लगाने वाली जापानी कंपनी टोयो ने अब इसे हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) को हैंडओवर कर दिया है. यानी अब मशीनों के संचालन एवं रख-रखाव की भी पूरी जिम्मेदारी एचयूआरएल की हो गई है. बता दें कि गोरखपुर खाद कारखाने के प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई दुनिया के खाद कारखानों में सबसे अधिक (149.5 मीटर) होने की वजह से यहां बनने वाली यूरिया खास है.
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