Hyundai IPO: हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMI) 15 अक्टूबर को भारत का सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च करने जा रहा है, जिसके जरिये कंपनी लगभग 27,870 करोड़ रुपये (लगभग 3.3 अरब डॉलर) जुटाने की योजना बना रही है. यह आईपीओ पूरी तरह से एक ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा, जिसमें दक्षिण कोरिया की ऑटो कंपनी हुंडई मोटर कंपनी के प्रमोटर के रूप में लगभग 14.2 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेगी, जो कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड की पूंजी का 17.5 प्रतिशत है.
कितना है प्राइस बैंड
हुंडई के आईपीओ का प्राइस बैंड 1,865 रुपये से 1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. यह आईपीओ 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक खुदरा निवेशकों के लिए खुला रहेगा, जिसमें एक लॉट में 7 शेयर होंगे. कंपनी ने बताया है कि इस आईपीओ से प्राप्त सभी पैसे कंपनी के प्रमोटरों के पास जाएगी.आपको बता दें कि आईपीओ के बाद, कंपनी की हिस्सेदारी 100 प्रतिशत से घटकर 82.50 प्रतिशत रह जाएगी.
कंपनी की वित्तीय स्थिति
कंपनी ने 1998 से लेकर 31 मार्च, 2024 तक भारत में लगभग 12 मिलियन पैसेंजर वाहनों की बिक्री की है, जिसमें निर्यात भी शामिल है. वित्तीय वर्ष 2024 में हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का कुल राजस्व 71,302 करोड़ रुपये और प्रॉफिट 6,060 करोड़ रुपये रहा. गौरतलब है कि हुंडई मोटर इंडिया, भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी है. इस सूची में पहले पायदान पर मारुति सुजुकी इंडिया है.
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कर्मचारियों के लिए विशेष छूट
हुंडई मोटर इंडिया ने अपने योग्य कर्मचारियों के लिए 77,84,00 शेयरों को रिजर्व किया है और उन्हें 186 रुपये प्रति शेयर की छूट दी जाएगी. इसके अलावा , कंपनी ने अपनी क्यूआईबी के लिए 50 प्रतिशत से अधिक, एचएनआई के लिए 15 प्रतिशत और खुदरा निवेशकों के लिए 35 प्रतिशत से अधिक शेयर आवंटित नहीं किए हैं.
क्या है OFS
- दरअसल, OFS का मतलब है 'Offer for Sale' यह एक प्रक्रिया है, जिसमें एक कंपनी के प्रमोटर्स या शेयरधारक अपने मौजूदा शेयरों को बेचते हैं.
- OFS की मुख्य बातें.
- शेयर बिक्री: OFS में शेयरधारक अपने शेयरों को ब्रोकरों के जरिए बेचते हैं.
- पैसा जुटाना: यह प्रक्रिया कंपनियों को पैसा इकट्ठा करने में मदद करती है.
- निवेशकों के लिए अवसर: कोई भी निवेशक इन शेयरों को खरीद सकता है.
- जल्दी प्रक्रिया: OFS जल्दी और कम लागत में होती है.
- यह मुख्यतः शेयर बाजार में शेयरों की खरीद-बिक्री को बढ़ाने के लिए किया जाता है.
हुंडई मोटर इंडिया का यह आईपीओ भारतीय बाजार में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कंपनी की बढ़ती उपस्थिति और वित्तीय स्थिरता को भी दर्शाता है.इससे पहले भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का 21,000 करोड़ रुपये का आईपीओ पहले सबसे बड़ा था, जिसे अब हुंडई के आईपीओ द्वारा पार किया जा रहा है.
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