डीएनए हिंदी: देशभर में छंटनी का मौसम चल रहा है. कंपनियां हर महीने हजारों कि संख्या में कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं. ऐसे में अब Jiomart का भी नाम जुड़ गया है. बता दें कि जियोमार्ट ने हाल ही में 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. बता दें कि कॉर्पोरेट ऑफिस से लगभग 500 लोगों को नौकरी से निकाला गया है वहीं आशंका जताई जा रही कि आगे चलकर अभी कंपनी 9 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती है.
जियोमार्ट ने क्यों कि छंटनी?
जियोमार्ट ने हाल ही में मेट्रो कैश एंड कैरी का अधिग्रहण किया है जिसके बाद कंपनी ने छंटनी का फैसला लिया. दरअसल कंपनी इस फैसले से मुनाफा बढ़ाने और खर्च में कटौती करने की कोशिश में है. हाल के समय में जियोमार्ट में 15 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं जिसमें से लगभग दो तिहाई से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी.
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IT सेक्टर में लगभग 60 हजार लोगों ने नौकरी गंवाई
देश में IT सेक्टर में 2022-23 में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले 60 हजार लोगों की नौकरी गई है.हालांकि मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक और रिटेल में काम करने वालों की मांग अभी भी जारी है. DBS की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल अप्रैल में IT सेक्टर में काम करने वालों की संख्या में 27 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. इस साल 696 टेक कंपनियां नौकरियों में छंटनी करेंगी.
सूरत में लाखों की संख्या में लोग होंगे बेरोजगार
G-7 देशों ने रूस में हीरों के खनन पर रोक लगा दी है. इससे सूरत में हीरों के सेक्टर में काम करने वालों पर गाज गिर सकती है. आशंका जताई जा रही है लगभग 10 लाख लोगों की नौकरी जा सकती है. भारत रूस के अलरोसा से रूसी हीरों का आयात करता है. यह वैश्विक हीरे के कच्चे प्रोडक्शन का 30 प्रतिशत है. अगर इसी तरह प्रतिबंध जारी रहता है तो हीरे की मांग बढ़ने से संकट गहरा सकता है. बता दें कि भारत में दुनिया में बनने वाले हर 10 में से 9 हीरों की कटाई और पोलिशिंग भारत में होती है.
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