डीएनए हिंदीः एयरलाइंस अब यह तय करने के लिए स्वतंत्र हैं कि यात्रियों से क्या शुल्क लिया जाए, सरकार ने महामारी शुरू होने पर हवाई किराए की सीमा (Air Fare Limit) को समाप्त कर दिया है. एयरलाइंस बड़े नुकसान की रिपोर्ट कर रही है, लेकिन कुछ ने कहा कि अब किराए पर कोई प्रतिबंध नहीं है - ऊपरी और निचली दोनों सीमाएं हटा दी गई हैं - वे यात्रियों की मात्रा में वृद्धि करने के लिए टिकटों में छूट दे सकती हैं.
एविएशन मिनिस्ट्री की ओर से ट्वीट किया गया है कि हवाई किराए की सीमा को हटाने का निर्णय दैनिक मांग और एयर टर्बाइन फ्यूल की कीमतों के सावधानीपूर्वक विश्लेषण के बाद लिया गया है. स्टेबलाइजेशन शुरू हो गया है और हम निश्चित हैं कि यह क्षेत्र निकट भविष्य में घरेलू यातायात में वृद्धि के लिए तैयार है.
एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) या जेट ईंधन की कीमतें हाल के महीनों में रूस-यूक्रेन वाॅर की वजह से ऊपर की ओर रही हैं. हाल ही में, देश में कीमतों में कटौती की गई थी, लेकिन प्री-कोविड के दौरान देखे गए स्तर की तुलना में बहुत अधिक है. एयरलाइंस कई संरचनात्मक मुद्दों का सामना कर रही हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण एटीएफ की कीमत 2019-20 में 53,000 रुपये प्रति किलो लीटर से बढ़कर पिछले सप्ताह तक लगभग 1,41,000 रुपये प्रति किलो लीटर हो गई थी. कीमत में लगभग 16 प्रतिशत या लगभग 21,000 रुपये प्रति किलो लीटर की कमी की गई है, लेकिन यह अब भी पहले की तुलना में दोगुना है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.