Market Crash Today : शेयर बाजार का निकला दम! निवेशकों के डूबे 11,00,000 करोड़ रुपये, जानें हाहाकार की वजह

Written By मीना प्रजापति | Updated: Oct 03, 2024, 06:31 PM IST

शेयर बाजार में 2 महीने की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है. ईरान-इजरायल के बीच बढ़ता तनाव, F&O नियमों को कड़ा करना और चीन फैक्टर के चलते शेयर बाजार में दबाव देखने को मिल रहा है.

Today’s Market Crash: शेयर बाजार में 2 महीने की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है. सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को शेयर बाजार ने खराब शुरुआत की और दिन भर लाल निशान पर कारोबार किया. ईरान-इजरायल के बीच बढ़ता तनाव, F&O नियमों को कड़ा करना और चीन फैक्टर के चलते शेयर बाजार में दबाव देखने को मिल रहा है.  

सेंसेक्स और निफ्टी बेंचमार्क इंडेक्स 2-2% की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए. सेंसेक्स 1,6769.19 अंक का गोता लगाते हुए 82,497.10 और एनएसई निफ्टी 546.80 अंक फिसलकर 25,250.10 पर बंद हुआ है. इस गिरावट से निवेशकों के 11 लाख करोड़ डूब गए हैं.

गुरुवार को निफ्टी बैंक 2 % से ज्यादा फिसलकर बंद हुआ और मिडकैप, स्मॉलकैप इंडेक्स में करीब 2 % की गिरावट हुई.  इस गिरावट का मुख्य कारण इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और चीन से जुड़े फैक्टर का प्रभाव है. 

क्यों आई शेयर बाजार इतनी भारी गिरावट?
शेयर बाजार में आई इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं. इनमें सबसे प्रमुख ईरान-इजरायल के बीच बढ़ता तनाव के बीच निवेशकों ने जोखिमों से दूरी बनाए रखना ही उचित समझा है. भारतीय शेयर बाजार में यह गिरावट अन्य एशियाई बाजारों में नुकसान के अनुरूप ही थी. शेयर मार्केट में लिस्टेड कंपनियों में 10.56 लाख करोड़ रुपये की कमी से कुल संपत्ति 464.3 लाख करोड़ रुपये रह गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि मिडिल ईस्ट में जारी संघर्ष से तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है. 

क्रूड ऑयल कीमतों में तेजी
मिडिल ईस्ट संघर्ष के चलते क्रूड ऑयल की कीमतों में वृद्धि देखने को मिल रही है. भारत के लिए वृद्धि अच्छी नहीं है क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. ब्रेंट क्रूड कुछ समय के लिए 75 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 72 डॉलर से ऊपर हो गया. दोनों बेंचमार्क पिछले तीन दिनों में लगभग 5 प्रतिशत बढ़े हैं. 

चीन फैक्टर भी है वजह
विदेशी निवेशकों का चीनी मार्केट की तरफ झुकाव की वजह से चिंता बढ़ी है. हाल के सालों में चीनी शेयरों ने भी बहुत खराब प्रदर्शन किया है. पिछले सप्ताह चीनी सरकार की तरफ से आर्थिक प्रोत्साहन उपायों की घोषणा के बाद, विश्लेषकों ने चीनी शेयरों में निरंतर वृद्धि की भविष्यवाणी की है, जिससे भारत से धन के संभावित आउटफ्लो को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. 


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SEBI लाया फ्यूचर एंड ऑप्शन के लिए नये नियम
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सेबी द्वारा फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) में नियमों में सख्ती करना भी शेयर बाजार में गिरावट की एक वजह हो सकता है.  

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