देश की मशहूर बिजनेसमैन फैमिली में से एक मोदी परिवार (Modi Family Dispute) का झगड़ा सुलझ गया है. कंपनी की चेयरपर्सन 80 साल की बीना मोदी ने कहा कि पिता की विरासत बेचने के लिए नहीं है. हमें उसे संभालकर रखना है. बीना मोदी की कानूनी लड़ाई अपने ही बेटों के साथ चल रही है. उन्होंने कहा कि हमने फैसला लिया है कि कंपनियों को नही बेचेंगे. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि उनके बेटों को कानूनी तौर पर शेयर मिलेंगे.
कानूनी विवाद के निपटारे के लिए नहीं बेचेंगी कंपनी
उन्होंने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा कि उनके पति केके मोदी की कंपनियां बेचने के लिए नहीं है. इसे लेकर उनका विवाद अपने दोनों बेटों समीर मोदी और ललित मोदी से चल रहा है. गॉडफ्रे फिलिप्स की चेयरपर्सन बीना मोदी को हाल ही में दोबारा चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि बेटों के साथ चल रही कानूनी लड़ाई को सुलझाने के लिए वह अपने पति की विरासत को नहीं बेचेंगी. इसे संभालकर रखना और आगे ले जाना परिवार की मुखिया होने के नाते उनकी जिम्मेदारी है.
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बेटों को मिलेगा 25-25 फीसदी शेयर, बेटी को भी मिलेगा हिस्सा
बता दें कि मोदी परिवार का विवाद मीडिया में काफी चर्चा में रहा था. उनके बेटे समीर मोदीऔर आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी से पिता की विरासत को लेकर कानूनी लड़ाई भी चल रही है. दोनों बेटों ने आरोप लगाया था कि उनकी मां कुछ बाहरी लोगों के प्रभाव में हैं. साल 2019 में दोनों ने केके मोदी पर एग्जीक्यूटिड ट्रस्ट डीड का पालन नहीं करने का आरोप भी लगाया था. बीना मोदी ने इसके जवाब में कहा कि दोनों को ही कंपनी के 25-25 फीसदी शेयर मिलेंगे. कुछ हिस्सा चारू मोदी (बेटी) को भी मिलेगा.
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