डीएनए हिंदीः वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंताओं के बीच ब्रेंट वायदा ताजा निचले स्तर को छूने के साथ कच्चे तेल की कीमतों में बुधवार को गिरावट जारी रही. इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट का अक्टूबर अनुबंध सत्र के दौरान छह महीने के निचले स्तर 91.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. दोपहर 2.10 बजे के आसपास, वायदा अनुबंध 91.85 डॉलर प्रति बैरल पर था, जो पिछले बंद से 0.53 फीसदी कम है. Nymex पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) का सितंबर अनुबंध 86.25 फीसदी पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद से 0.32 फीसदी कम था. ईरान परमाणु समझौते के लिए अमेरिका-ईरान वार्ता में रिवाइवल की उम्मीद से भी तेल की कीमतों में और कमी आई है.
क्या कह रहे हैं जानकार
कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च के प्रमुख रवींद्र राव ने कहा कि मांग की चिंता, चीन में वायरस स्प्रेड और ईरान की परमाणु वार्ता में प्रगति के बीच ईरान से हाई सप्लाई की संभावना का असर कच्चे तेल की कीमत पर देखने को मिल रहा है. क्रूड कमजोर सेंटीमेंट का संकेत दे रहा है, हालांकि हमें कुछ रिकवरी देखने को मिल सकती है. अमेरिका और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने वैश्विक मंदी की चिंताओं को जन्म दिया. हाल ही में एक अमेरिकी सर्वे से पता चला है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में होमबिल्डर सेंटीमेंट (एचएमआई) कमजोर हो गई है और डेवलपर्स को लगता है कि देश "आवास मंदी" के दौर से गुजर रहा है.
चीन से उम्मीद से कमजोर आर्थिक आंकड़ों का भी निवेशकों की सेंटीमेंट पर असर पड़ा. विश्लेषकों के अनुसार चीन की खुदरा बिक्री और कारखाने के आंकड़ों में वृद्धि देखी गई, लेकिन बाजार की उम्मीदों से काफी कम थी. जुलाई में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में 2.7 फीसदीकी वृद्धि हुई और साल-दर-साल आधार पर औद्योगिक उत्पादन में 3.8 फीसदी की वृद्धि हुई.
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देश में कच्चे तेल की कीमतें
वहीं दूसरी ओर देश के वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी इंडेक्स पर कच्चे तेल फ्लैट कारोबार करता हुआ दिखाई दे रहा है. आंकड़ों के अनुसार शाम 4 बजकर 50 मिनट पर कच्चा तेल 6,878 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान कच्चा ते 6,974 रुपये प्रति बैरल पर भी पहुंचा था. एक दिन पहले कच्चा तेल 6,870 रुपये पर बंद हुआ था और आज 6,838 रुपये प्रति बैरल के साथ दिन के निचले स्तर पर भी गया था.
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सस्ता हो सकता है पेट्रोल और डीजल
कच्चे तेल की कीमत में गिरावट की वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है. आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 3 से 5 रुपये तक की गिरावट देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा अमेरिका-ईरान के बीच वार्ता में शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं. जिसमें ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाया जा सकता है. जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा सप्लाई होगी और क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट आएगी. जिसका असर पेट्रोल और डीजल के दाम में देखने को मिल सकता है.
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