डीएनए हिंदी: देश में पिछले लंबे वक्त से पेट्रोल-डीजल की कीमतें (Petrol-Diesel Price) अस्थिर हैं. इसकी वजह क्रूड ऑयल की कीमतों में लगातार जारी उछाल है लेकिन एक तरफ जहां देश में केंद्र सरकार द्वारा टैक्स में कमी के चलते ईंधन की कीमतों में कमी आई थी लेकिन अब अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil) तेजी से घटी हैं.
ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतों में अचानक से गिरावट देखने को मिली है. आज शनिवार सुबह ब्रेंट क्रूड ऑयल 113 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. एक ही दिन में क्रूड अपने हाई से 5 फीसदी से ज्यादा टूट गया. अगर क्रूड ऑयल में और नरमी देखने को मिली तो माना जा रहा है कि देश में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होगी. ऐसे में आम आदमी को राहत दिखती मिल सकती है.
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आज नहीं हुई कोई बढ़ोतरी
आज शनिवार को भी पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. दरअसल, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से 0.75 फीसदी ब्याज दरें बढ़ाने के बाद ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों पर असर पड़ा है. पेट्रोल-डीजल के खुदरा रेट में करीब ढाई महीने से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.
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टैक्स के चलते दोगुने हो जाते हैं दाम
हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है. सुबह 6 बजे से ही नए रेट लागू हो जाते हैं. पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन, वैट और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम मूल भाव से लगभग दोगुना हो जाता है. यही कारण है कि पेट्रोल-डीजल के दाम इतने अधिक दिखाई देते हैं.
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