पीएम मोदी लॉन्च करेंगे भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय गोल्ड एक्सचेंज, यहां जानें 10 अहम बातें 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 29, 2022, 10:32 AM IST

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण IIBX का रेगुलेटर है. केंद्रीय बजट 2020-21 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण में आईआईबीएक्स की स्थापना की घोषणा की थी.

डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार, 29 जुलाई, 2022 को कई अन्य परियोजनाओं के साथ-साथ गिफ्ट सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) में भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज (International Bullion Exchange) लॉन्च करेंगे. इसके बारे में गोल्ड का कारोबार या सोने में निवेश करने वालों को जानना काफी जरूरी है. आने वाले दिनों में यह एक्सचेंज भारत के गोल्ड मार्केट को पूरी तरह से बदलने वाला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर यह एक्सचेंज है क्या और यह किसके अधीन रहेगा. 

भारत के पहले ग्लोबल गोल्ड एक्सचेंज की खास और जरूरी बातें 
1.
इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज गिफ्ट सिटी, गांधीनगर में स्थापित भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज है. यह एक कीमत पर प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी सर्विस का एक डायवर्सिफाई पोर्टफोलियो प्रदान करेगा, जो भारतीय एक्सचेंजों के साथ-साथ हांगकांग, सिंगापुर, दुबई, लंदन और न्यूयॉर्क में अन्य दूसरे ग्लोबल एक्सचेंज की तुलना में कहीं अधिक प्रतिस्पर्धी है.

2. इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज आईएफएससी लिमिटेड (आईआईबीएक्स) को पांच बाजार संस्थागत निवेशकों यानी सीडीएसएल, इंडिया आईएनएक्स, एनएसडीएल, एनएसई और एमसीएक्स द्वारा बढ़ावा दिया गया है. 

3. आईएफएससी प्राधिकरण के एक बयान में कहा गया है कि यह एक्सचेंज भारत में गोल्ड फाइनेंसिंग को बढ़ावा देने के अलावा जिम्मेदार सोर्सिंग और गुणवत्ता के आश्वासन के साथ सही प्राइस देने की सुविधा देगा. 

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4. ग्लोबल गोल्ड एक्सचेंज का लक्ष्य एक क्षेत्रीय बुलियन हब बनाना है जो ज्यादा से ज्यादा ज्वैलर्स को कीमती धातु का आयात करने की अनुमति देगा. आईआईबीएक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अशोक गौतम के अनुसार इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज में डीलर्स, रिफाइनरियों और विदेशी बैंकों को आकर्षित करने की उम्मीद है.

5. एक्सचेंज योग्य ज्वैलर्स को सीधे सोना आयात करने की अनुमति देगा, मौजूदा नियमों से एक बदलाव जहां केवल कुछ बैंक और केंद्रीय बैंक द्वारा अनुमोदित नामित एजेंसियां ही ऐसा कर सकती हैं.

6. गौतम के अनुसार मंगलवार तक 64 बड़े ज्वैलर्स पाइपलाइन में और आवेदन लेकर आए हैं. जब तक माल शहर से बाहर नहीं ले जाया जाता है, तब तक ट्रेडों को स्थानीय ड्यूटीज से छूट दी जाएगी.

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7. सोने का 1 किलो 995 शुद्धता और 100 ग्राम 999 शुद्धता वाला सोना टी प्लस 0 निपटान (100 फीसदी अपफ्रंट मार्जिन) के साथ शुरू में आईआईबीएक्स में व्यापार करने की उम्मीद है और बुलियन डिपॉजिटरी रसीदों के रूप में कारोबार किया जाएगा. आईआईबीएक्स पर सभी अनुबंध लिस्टिड, व्यापार और सेटल्ड यूएस डॉलर में हैं.

8. एक्सचेंज ने वॉल्ट सर्विस देने वाली कंपनियों को भी शामिल किया है. अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र में सभी वॉल्ट अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित हैं.

9. योग्य ज्वैलर्स के अलावा, विदेशी सर्राफा आपूर्तिकर्ता जो ओईसीडी गाइडलाइन फॉलो करते हैं, सार्वजनिक और निजी फर्म, एनआरआई भी आईआईबीएक्स के मेंबर बनने के पात्र हैं.

10. अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण आईआईबीएक्स का रेगुलेटर है. केंद्रीय बजट 2020-21 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण में आईआईबीएक्स की स्थापना की घोषणा की थी.

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