डीएनए हिंदीः देश में सिक्कों की किल्लत दूर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज बड़ा ऐलान किया है. RBI गवर्नर शक्तिकात दास ने कहा है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जल्द ही क्यूआर कोड बेस्ड कॉइन वेंडिंग मशीन की शुरुआत करने जा रहा है. कैलेंडर ईयर 2023 के लिए मॉनेटरी पॉलिसी ऑउटकम को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कॉइन वेंडिंग मशीन को एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया जा रहा है जिसमें 12 शहरों में क्यूआर कोड बेस्ड कॉइन वेंडिंग मशीन लगाए जाएंगे.
RBI गवर्नर ने कहा, भारतीय रिज़र्व बैंक 12 शहरों में QR कोड आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन (QCVM) पर एक पायलट परियोजना शुरू करेगा. इसमें ग्राहक बैंक नोट देने के बजाए UPI के जरिए पेमेंट कर कॉइन हासिल कर सकेंगे. इससे कॉइन पाने में आसानी होगी और पायलट प्रोजेक्ट से मिले प्रतिक्रिया के अनुसार बैंकों को कॉइन डिस्ट्रीब्यूशन के लिए मशीन का प्रयोग करने का दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दस्तावेजों में कहा गया है कि कैश-आधारित पारंपरिक कॉइन वेंडिंग मशीन के विपरीत, क्यूआर कोड आधारित वेंडिंग मशीन बैंक नोटों की भौतिक निविदा और उनके ऑथेंटिकेशन की आवश्यकता को समाप्त कर देगी. ग्राहकों के पास QCVM में आवश्यक मात्रा और मूल्यवर्ग में सिक्कों को निकालने का विकल्प भी मिलेगा.
19 जगहों पर लगेंगे QVCM
"पायलट परियोजना को शुरू में देश भर के 12 शहरों में 19 स्थानों पर शुरू करने की योजना है. इन वेंडिंग मशीनों को रेलवे स्टेशनों, शॉपिंग मॉल, मार्केटप्लेस जैसे सार्वजनिक स्थानों पर आसानी और पहुंच बढ़ाने के लिए स्थापित करने का इरादा है. पायलट प्रोजेक्ट से मिले सीख के बाद, QCVM का उपयोग करके सिक्कों के बेहतर वितरण को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे.
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