डीएनए हिंदी: देश की अर्थव्यवस्था और बढ़ती महंगाई के बीच आज का दिन बेहद अहम है. मौद्रिक नीति को लेकर हुई बैठक के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट (Repo Rate) में 0.50 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा कर दिया है. वहीं देश की विकास दर को लेकर गवर्नर ने अपने पुराने अनुमान को दोहराया है और दावा किया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में GDP करीब 7.2% हो सकती है.
RBI गवर्नर ने देश की विकास रफ्तार को सकारात्मक बताया है. उन्होंने भरोसा जताया है कि आने वाले समय में भी देश की विकास दर तेज होगी. इसी के चलते वे अपने पुराने अनुमान को दोहरा रहे हैं. आपको बता दें कि शक्तिकांत दास का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में महंगाई तेजी से बढ़ रही है.
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क्या होगी विकास दर
शक्तिकांत दास ने भारतीय जीपीडी के ग्रोथ को लेकर RBI के अनुमान के बारे में भी बताया है कि RBI ने ग्रोथ अनुमान में कोई परिवर्तन नहीं किया और यह वित्त वर्ष 23 के लिए 7.2% ही रहेगी. गौरतलब है कि जून में भी आरबीआई ने विकास दर का अनुमान यही लगाया था.
रेपो रेट में बढ़ोतरी
वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट में लगातार तीसरी बार बढ़ोतरी कर दी है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोतरी के बाद प्रभावी रेपो रेट बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है.
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RBI के इस फैसले के चलते आम आदमी के लिए कर्ज लेना पहले से ज्यादा महंगा होने वाला है. वहीं इस फैसले का असर भी आम जनता पर देखने को मिलेगा जिसके चलते देश में महंगाई एक नए स्तर पर भी पहुंच सकती है.
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