Repo Rate Hike : अगस्त में कितना बढ़ सकता है EMI का बोझ, जानें यहां

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 23, 2022, 04:54 PM IST

कई इकोनॉमिस्ट का मानना है कि महंगाई (Inflation) को कम करने के लिए आरबीआई (RBI) का पैनल अगस्त के महीने में 25 से 40 बेसिस प्वाइट्स का इजाफा कर सकती है.

डीएनए हिंदी: भारत के मॉनेटरी पॉलिसी मेकर्स संभवत: वर्ष के अंत तक राहत देने से पहले दो बार ब्याज दरों में इजाफा करने का विचार कर रहे हैं. कई इकोनॉमिस्ट का मानना है कि महंगाई (Inflation) को कम करने के लिए आरबीआई(RBI)  का पैनल अगस्त के महीने में 25 से 40 बेसिस प्वाइट्स का इजाफा कर सकती है. मौजूदा साल में आरबीआई एमपीसी की तीन और बैठकें होने वाली है. उम्मीद की जा रही है इन तीनों की बैठकों में रेपो दरों (Repo Rate) में इजाफा किया जा सकता है. आपको बता दें कि मई और जून में कुल 90 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा कर दिया है, जिसके बाद रेपो दरें 4.90 फीसदी हो गई हैं. जिसके 6 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. 

नोमूरा होल्डिंग्स इंक और बार्कलेज पीएलसी के अनुसार अगस्त के महीने में रेपो दरों में 35 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया जा सकता है. एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड 25 बेसिस प्वाइंट्स के इजाफे का अनुमान लगा रहा है, सिटीग्रुप इंक. 40 बेसिस प्वाइंट्स के इजाफे का अनुमान लगा रहे हैं. नोमुरा अर्थशास्त्री सोनल वर्मा और औरोदीप नंदी ने क्लाइंट्स को एक रिपोर्ट में लिखा, "अगली कुछ नीतिगत बैठकों में विराम का सवाल व्यापक रूप से उठाए जाने की संभावना नहीं है." यह "दिसंबर की नीति बैठक से बहस में और अधिक प्रमुखता से आ सकता है. 

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एचएसबीसी होल्डिंग्स पीएलसी के प्रांजुल भंडारी सहित विश्लेषकों ने पैनल के छह सदस्यों के बीच विचारों में भिन्नता देखी कि मौजूदा साइकिल में उच्चतम नीति दर क्या होनी चाहिए. उन्होंने अनुमान लगाया है कि वर्ष 2023 के मध्य तक रेपो रेट 6 फीसदी के आसपास जा सकगती है. इस महीने की शुरुआत में बैठक में, आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने तर्क दिया कि प्रमुख दर कम से कम चार तिमाहियों से ऊपर महंगाई के पूर्वानुमान से ऊपर होनी चाहिए, जो कि 5.8 फीसदी है. वहीं एक दूसरे रेट-सेटर जयंत वर्मा ने यह तर्क देते हुए तेज दरों में बढ़ोतरी का समर्थन किया कि वास्तविक दरें अप्रैल में जहां थीं, उसके करीब रहीं. पैनल में उनके सहयोगी शशांक भिड़े ने पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान महंगाई के दबाव की चेतावनी दी.

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अगस्त से परे, बार्कलेज के अर्थशास्त्री राहुल बाजोरिया और विरिंची कदियाला को उम्मीद है कि पैनल दिसंबर तक मुख्य दर को 5.75 फीसदी तक ले जाने के लिए दो 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करेगा. एमके की माधवी अरोड़ा को चालू वित्त वर्ष में दर लगभग 5.65 फीसदी तक चढ़ती हुई दिखाई देती है. 

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