शेयर बाजार (Share Market) में लगातार छठे दिन गिरावट का दौर देखने को मिला है. सोमवार को भी बाजार लाल निशान के साथ बंद हुए हैं जिसने निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें छोड़ दी हैं. भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पीछे एक्जिट पोल में नतीजों के अनुमान के साथ ही मिडिल ईस्ट में तनाव, इजरायल और ईरान का संघर्ष जैसे कारक भी जिम्मेदार हैं. मिडिल ईस्ट में जारी तनाव का असर वैश्विक बाजार पर भी दिख रहा है.
सोमवार को शेयर बाजार तेजी के साथ खुले थे, लेकिन फिर गिरावट का दौर देखने को मिला. शेयर बाजार बंद होने तक सेंसेक्स (Sensex) में 600 से ज्यादा अंकों और निफ्टी (Nifty) में भी करीब 200 अंकों की गिरावट देखने को मिली है.
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6 दिन में निवेशकों के डूबे 25 लाख करोड़
पिछले 6 दिनों से शेयर बाजार में गिरावट का ही दौर जारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक निवेशकों के 25 लाख करोड़ स्वाहा हो चुके हैं. आर्थिक मामलों के जानकारों का कहना है कि बाजार में गिरावट का दौर अभी जारी रह सकता है. ईरान और इजरायल संकट के साथ ही चीन के बाजार में तेजी और भारत में दो राज्यों के चुनाव के बाद आए एक्जिट पोल से बाजार के सेंटिमेंट को धक्का लगा है. एक्जिट पोल का असर सोमवार को बाजार पर नजर आया और मार्केट लाल निशान के साथ बंद हुआ है.
शेयर बाजार में लगातार छठे कारोबारी दिन गिरावट दर्ज की गई है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSR) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 638.45 अंकों की गिरावट के साथ 81,050 अंकों पर बंद हुआ है. सोमवार को सेंसेक्स इस कारोबारी सत्र के दौरान 80,726.06 अंकों के दिन के लोअर लेवल पर भी गया था. एक्सपर्ट्स का मानना है कि फिलहाल इस हफ्ते बाजार में उछाल की उम्मीद कम ही नजर आ रही है.
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