डीएनए हिंदी: अमेरिकी आंकड़ों और आईएमएफ के महंगाई के बयानों के बीच शेयर बाजार (Share Market) में बीते तीन कारोबारी दिनों से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. आंकड़ों के अनुसार शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty 50) क्रमश: 1000 से ज्यादा और करीब 350 अंकों की गिरावट देख चुके हैं. वहीं बाजार निवेशकों (Share Market Investors) को इस दौरान पौने छह लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. ताज्जुब की बात तो ये है कि इन कारोबारी दिनों में निवेशकों को हर घंटे 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. आइए यहां पर निवेशकों के नुकसान के पूरे कैलकुलेशन को समझने का प्रयास करते हैं.
सेंसेक्स में 1000 से ज्यादा अंकों की गिरावट
बाजार में फिर से गिरावट का सिलसिला बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन से शुरू हुआ जो मंगलवार तक जारी रहा. आंकड़ों के शुक्रवार से लेकर मंगलवार तक तीन कारोबारी सत्रों में बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक में एक हजार से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली. आंकड़ों की बात करें तो 7 अक्टूबर को जब बाजार बंद हुआ तो सेंसेक्स 58,222.20 अंकों पर था और मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद सेंसेक्स 57,147.32 अंकों पर आ गया. इस दौरान सेंसेक्स में 1,074.88 अंकों की गिरावट देखने को मिली. मंगलवार को सेंसेक्स करीब 850 अंक यानी डेढ़ फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था.
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निफ्टी हुआ धड़ाम
वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 में भारी गिरावट देखने को मिली है. तीन कारोबारी सत्रों में निफ्टी में करीब 350 अंकों की गिरावट आई और 17 हजार अंकों से नीचे आ गया. आंकड़ों पर बात करें तो निफ्टी गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद 17,331.80 अंकों पर था जो मंगलवार को 16,983.55 अंकों पर बंद हुआ. इसका मतलब है कि इस दौरान निफ्टी में 348.25 अंकों की गिरावट देखने को मिली है. मंगलवार को भी एनएसई में डेढ़ फीसदी यानी 250 अंकों से ज्यादा गिरावट के बाद बंद हुआ था.
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निवेशकों को तीन दिनों में पौने छह लाख करोड़ रुपये का नुकसान
अगर बात निवेशकों की करें तो शेयर बाजार निवेशकों को बीते तीन दिनों में पौने छह लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. वास्तव में शेयर बाजार निवेशकों का नुकसान बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है. अगर बीएसई का मार्केट कैप कम होता है तो निवेशकों का नुकसान कहलाता है और अगर मार्केट कैप बढ़ा हुआ होता है तो निवेशकों का फायदा कहलाता है. आंकड़ों पर बात करें तो गरुवार को बाजार बंद होने के बाद बीएसई का मार्केट कैप 2,75,87,301.25 करोड़ रुपये था तो कल मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद 2,70,11,275.45 करोड़ रुपये पर आ गया. इसका मतलब है इस दौरान बाजार निवेशकों को 5,76,025.80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
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तीन दिनों में हर घंटे 8 हजार करोड़ डूबे
अगर निवेशकों के इस नुकसान को घंटों में ऐनालिसिस किया जाए तो आपको यकीन नहीं होगा. वास्तव में बीते 72 घंटों के कारोबारी सत्र के दौरान निवेशकों को प्रत्येक घंटे में 8 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जोकि काफी बड़ा है. जानकारों की मानें तो बुधवार को भी शेयर बाजार में गिरावट देखने का मिल सकती है. इसका कारण है चीन की ओर से लॉकडाउन की घोषणा. वास्तव में चीन में फिर से कई जगहों पर कोरोना वायरस के मामले काफी बढ़ गए हैं. जिसकी वजह उन इलाकों में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है. जिसका असर शेयर बाजार में साफ देखने को मिल सकता है.
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