इन पांच कारणों की वजह से सेंसेक्स में 287 दिनों की सबसे बड़ी क्लोजिंग, निफ्टी 18 हजार अंकों के पार 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 31, 2022, 04:10 PM IST

बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 210 दिन के बाद 60 हजार अंकों के पार बंद हुआ और 287 दिनों के बाद सबसे बड़ी क्लोजिंग देखने को मिली.

डीएनए हिंदीः जैसा कि उम्मीद की जा रही थी कि दिवाली के बाद शेयर बाजार (Share Market) में अच्छी तेजी देखने को मिलेगी, वैसा ही अक्टूबर के आखिरी और सप्ताह के पहले कारोबारी दिन देखने को मिला. बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 210 दिन के बाद 60 हजार अंकों के पार बंद हुआ और 287 दिनों के बाद सबसे बड़ी क्लोजिंग देखने को मिली. आज सेंसेक्स 786.74 अंकों की तेजी के साथ 60,746.59 अंकों पर बंद हुआ. इससे पहले यह लेवल 17 जनवरी 2022 में देखने को मिला था. 

वहीं बात निफ्टी (Nifty) की करें तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक 4 अप्रैल के बाद पहली बार 18 हजार अंकों कों पार करता हुआ दिखाई दिया और 225.40 अंकों की तेजी के साथ 18,012.20 अंकों पर बंद हुआ. निफ्टी में 210 दिन के बाद सबसे बड़ी क्लोजिंग देखने को मिली है. आने वाले दिनों में शेयर बाजार में और तेजी देखने को मिल सकती है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आज की तेजी के कौन-कौन से प्रमुख कारण रहे हैं?

1) फेड से आशाएं
अमेरिकी सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिकी श्रमिकों के वेतन में इजाफा उम्मीदों के अनुरूप था, निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में और इजाफे की प्लानिंग को दरकिनार करेगा. जानकारों की मानें तो फेड इस सप्ताह की बैठक में व्यापक रूप से 75 आधार अंकों की एक और दर वृद्धि की घोषणा कर सकता है. शेयर बाजार में तेजी के पीछे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ताकत है जो तत्काल अमेरिकी मंदी की कम संभावना का संकेत दे रही है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि महंगाई स्थिर हो रही है और जल्द ही गिरावट की प्रवृत्ति देखने को मिल सकती है. जो फेड को नरम रुख अपनाने के लिए प्रेरित कर सकता है. 

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2) वैश्विक संकेत
टेक ब्लडबाथ समाप्त होने के बाद, वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को एक मजबूत नोट पर समाप्त हुआ था जिसमें एस एंड पी 500 इंडेक्स 2.5 फीसदी अधिक था. आज सुबह, एशियाई बाजार जापान का निक्केई 225 में 1.6 फीसदी, चीन के हैंग सेंग 0.9 फीसदी और कोरिया का कोस्पी 1 फीसदी ऊपर चल रहे थे. न्यूजीलैंड और दक्षिण पूर्व एशियाई बाजारों में भी तेजी रही.

3) डॉलर की चाल
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में तेज रैली जिसने दलाल स्ट्रीट से पैसे के आउटफ्लो में तेजी लाई थी, वह भी पिछले 5 दिनों में लगभग 1 फीसदी घटकर 110 अंक पर आ गई है. आगे बढ़ते हुए, डॉलर इंडेक्स में गिरावट से डॉलर के मुकाबले रुपये में स्थिरता आएगी और आने वाले हफ्तों में भारतीय इक्विटी को सपोर्ट मिलेगा. घरेलू मुद्रा, जो हाल ही में अमरीकी डॉलर के मुकाबले 83 अंक के रिकॉर्ड हाई लेवल तक पहुंच गई थी, आज सुबह 82.43 पर कारोबार कर रही थी.

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4) एफआईआई फ्लो
विदेशी संस्थागत निवेशक या एफआईआई, जो पिछले 2 महीनों में भारतीय बाजार में शुद्ध विक्रेता रहे हैं, ने रिडीमशंस के पेस कम कर दिया है. वास्तव में, वे पिछले 2 दिनों में शुद्ध खरीदार थे.

5) तकनीकी कारक
तकनीकी विश्लेषकों को उम्मीद है कि इस सप्ताह निफ्टी धीरे-धीरे 18,100 की ओर बढ़ेगा जबकि 17300 के स्तर पर मजबूत सपोर्ट मौजूद है. जानकारों के अनुसार  अक्टूबर की शुरुआत से चर्चा थी कि निफ्टी 18,000 लेवल को क्रॉस करेगा, जो आज कर गया है. जिसके आने वाले दिनों में 18,100 अंकों के पहुंचने की उम्मीद है. 

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