भारतीय Stock Market के लिए बुधवार का कारोबारी सत्र उतार-चढ़ाव भरा रहा. निफ्टी ने बुधवार 12 जून को नया रिकॉर्ड बनाया. यही नहीं बाजार के ज्यादातर सूचकांक हरे निशान में कारोबार करते रहे. इस दौरान निफ्टी 23,441 के स्तर तक पहुंच गया. वहीं निफ्टी 58 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,322 अंक पर बंद हुआ है.
कारोबारी सत्र के दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य बेंचमार्क ने 23,441 का नया ऑल टाइम हाई बनाया, जो कि पहले 23,411 था.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का बेंचमार्क सेंसेक्स 149 अंक या 0.20 प्रतिशत बढ़कर 76,606 अंक पर बंद हुआ. छोटे और मझोले शेयरों में जबरदस्त खरीदारी देखी गई.
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 559 अंक या 1.02 प्रतिशत बढ़कर 54,226 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 216 अंक या 1.23 प्रतिशत बढ़कर 17,788 पर बंद हुआ. सेक्टर के हिसाब से देखें तो पीएसयू बैंक, मेटल, मीडिया, एनर्जी, इन्फ्रा, हेल्थकेयर और पीएसई बढ़कर बंद हुए हैं. वहीं, ऑटो, एफएमसीजी और रियल्टी पर दबाव देखा गया.
कारोबारी दिन की समाप्ति पर इंडिया विक्स 2.64 प्रतिशत गिरकर 14.38 अंक पर था. सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, एलएंडटी, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और बजाज फिनसर्व टॉप गेनर्स थे. एमएंडएम, एचयूएल, टाइटन, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक, नेस्ले, टीसीएस और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स थे.
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक दे का कहना है कि शुरुआती कारोबार में तेजी के बाद निफ्टी सपाट बंद हुआ है. 23,400 एक बड़ा रुकावट का स्तर है. बाजार 23,300 से लेकर 23,500 के बीच कंसोलिडेशन कर सकता है. अगर यह 23,500 के ऊपर निकलता है तो 23,800 का लेवल भी देखने को मिल सकता है.
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मार्केट में तेजी की ये हैं वजहें
शेयर बाजार से जुड़े जानकारों का मानना है कि निफ्टी की तेजी की वजह अमेरिकी बाजार में मिला जुला कारोबार का होना है. डाओ जोंस 0.31 फीसदी की तेजी के साथ 38,747 पर बंद हुआ. वहीं विदेशी निवेशकों ने 11 जून को 111.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. जिसे घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3,193.29 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जिससे सेंटिमेंट तेजी के करीब रहे.
वहीं बता दें अब से कुछ देर में मई के खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए जाएंगे. विशेषज्ञों का मानना है कि इस माह महंगाई में कमी आ सकती है. अप्रैल में रिटेल महंगाई दर 4.83 फीसदी पर रही थी.
(एजेंसी के इनपुट्स के साथ)
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