डीएनए हिंदी: टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने जानकारी देते कहा कि उसकी सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (TPEML) ने करीब 726 करोड़ रुपये में गुजरात के साणंद में फोर्ड इंडिया (Ford India Sanad Plant) के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का अधिग्रहण कर लिया है. इसके लिए दोनों कंपनियों के बीच एक यूनिट ट्रांसफर एग्रीमेंट (Unit Transfer Agreement) पर भी साइन हुए हैं. टाटा मोटर्स ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी है कि समझौते के हिस्से के रूप में, टाटा मोटर्स को पूरी जमीन और भवन, वाहन निर्माण संयंत्र के साथ-साथ उसमें स्थित मशीनरी और उपकरण मिलेंगे. समझौते के तहत फोर्ड इंडिया की साणंद यूनिट के सभी योग्य कर्मचारियों को टाटा मोटर्स में ट्रांसफर किया जाएगा.
फोर्ड अपना यह काम जारी रखेगी
टाटा मोटर्स ने कहा कि फोर्ड इंडिया पावरट्रेन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की जमीन और इमारतों को टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से परस्पर सहमत शर्तों पर पट्टे पर देकर अपनी पावरट्रेन निर्माण सुविधा का संचालन जारी रखेगी. बयान में कहा गया है कि टाटा मोटर्स की ईवी सहायक कंपनी फोर्ड इंडिया के इस तरह के ऑपरेशन को बंद करने की स्थिति में पावरट्रेन निर्माण संयंत्र के योग्य कर्मचारियों को रोजगार देने पर भी सहमत हुई.
Multibagger Stock: 10 रुपये के शेयर ने 20 साल में बनाया करोड़पति, जानें क्या काम करती है कंपनी
पिछले साल ही कर दी थी फोर्ड ने घोषणा
टाटा मोटर्स ने कहा कि यह प्रति वर्ष 300,000 यूनिट्स की अत्याधुनिक विनिर्माण क्षमता को अनलॉक करेगा जो कि 420,000 यूनिट प्रति वर्ष है. फोर्ड इंडिया ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की थी कि वह पुनर्गठन अभ्यास के तहत भारत में अपने दो प्लांटं में वाहनों का उत्पादन बंद कर देगी.
Bank Holiday List: इस सप्ताह 6 दिन बैंक बंद रहेंगे, यहां देखें पूरी लिस्ट
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.