डीएनए हिंदी: देश की पांचवीं सबसे बड़ी आईटी सेवा एक्सपोर्टर टेक महिंद्रा ने मंगलवार को घोषणा की कि वह अगले पांच वर्षों में गुजरात में 3,000 लोगों को नियुक्त करेगी. गुजरात में कंपनी के मौजूदा कर्मचारियों की संख्या का तुरंत पता नहीं लगाया जा सका. इसने मंगलवार को आईटी / आईटीईएस (आईटी सक्षम सेवाएं) नीति के तहत गुजरात सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी सी पी गुरनानी ने कहा कि यह समझौता कंपनी को उद्यमों की बदलती इंजीनियरिंग जरूरतों को पूरा करने में सक्षम करेगा और व्यापार करने में आसानी में सुधार के लिए राज्य की सराहना करता है.
सहयोग में अपनी भूमिका के बारे में बताते हुए, टेक महिंद्रा ने कहा कि यह व्यवसायों को अधिक कनेक्टेड और चुस्त बनाकर डिजिटल परिवर्तन चुनौतियों को नेविगेट करने में सक्षम बनाने के लिए डिजिटल इंजीनियरिंग सेवाएं प्रदान करेगा, जिससे उन्हें डिजिटल प्रोडक्ट बनाने और नई राजस्व धाराएं बनाने में मदद मिलेगी. गुजरात सरकार ने गुजरात आईटी / आईटीईएस नीति (2022-27) शुरू की है, जो राज्य में छोटे और मध्यम व्यवसायों को सशक्त बनाने और डिजिटल नवाचारों को भुनाने की योजना बना रही है.
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एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार ने अब तक आईटी / आईटीईएस नीति के तहत घरेलू और वैश्विक कंपनियों के साथ 15 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे राज्य में लगभग 26,750 कुशल आईटी रोजगार के अवसर पैदा होंगे. जिनमें टेक महिंद्रा के अलावा, ऋषभ सॉफ्टवेयर, सिगनेट इन्फोटेक, एंटिगिटी प्राइवेट लिमिटेड, गेटवे ग्रुप ऑफ कंपनीज, क्यूएक्स ग्लोबल ग्रुप और एनालिटिक्स बिजनेस सॉल्यूशंस आदि शामिल हैं. इन सभी कंपनियों ने राज्य में विभिन्न प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण और परिवर्तन परियोजनाओं में निवेश किया है या निवेश करेगी.
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