भारत के लिए खुश होने का समय है. एक ऐसी लिस्ट जारी हुई है जिसमें उन शहरों का जिक्र है जहां सबसे ज्यादा करोड़पति रहते हैं. लिस्ट की मानें तो न्यूयॉर्क का शुमार दुनिया के उन शहरों में है जहां करोड़पतियों की एक बड़ी आबादी वास करती है. इस लिस्ट में भारत का भी एक शहर है और दिलचस्प ये कि ये शहर देश की आर्थिक राजधानी कहा जाने वाला मुंबई नहीं है.
ब्लूमबर्ग में छपी एक रिपोर्ट पर यकीन करें तो इमीग्रेशन कंस्लटेंसी फर्म हेनले एंड पार्टनर्स ने सबसे अमीर शहरों की ग्लोबल रैंकिंग जारी की है. जो ये बताती है कि न्यूयॉर्क में लगभग 350,000 करोड़पति हैं जो किसी भी अन्य शहर के मुकाबले कहीं अधिक है. जिक्र अगर ग्रोथ का हो तो एक दशक पहले की तुलना में ये 48% ज्यादा है.
ध्यान रहे ये रिपोर्ट उस वक़्त आई है जब चर्चाएं तेज हैं कि न्यूयॉर्क में पैसे वाले लोग शहर छोड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि न्यूयॉर्क में रहने वाले लोगों के पास दुनिया के किसी भी अन्य महानगर की तुलना में 3 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति है.
यदि आसान शब्दों में समझना हो तो इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि न्यूयॉर्क शहर में वास करने वाले 8.26 मिलियन निवासियों में से हर 24 में से एक निवासी के पास 7 डिजिट की नेट वर्थ है. रिपोर्ट के अनुसार न्यू यॉर्क में 60 बिलियेनर और 744 लोग हैं जिनके पास 100 मिलियन डॉलर से अधिक की निवेश योग्य संपत्ति है.
इस लिस्ट से जुड़े कई रोचक तथ्य भी बाहर आए हैं. सबसे अधिक करोड़पतियों वाले शहरों में मियामी 33वें स्थान पर है, जिसने पिछले 10 वर्षों में 78% की ग्रोथ देखी है. लिस्ट में बे एरिया कुल मिलाकर दूसरे स्थान पर आया, इस रीजन में 305,700 लोग 7 फिगर नेटवर्थ हैं, जिसमें सैन जोस, सैन फ्रांसिस्को और पालो ऑल्टो शामिल हैं.
टोक्यो 298,300 के साथ तीसरे स्थान पर आया है. सिंगापुर, नंबर 4 पर है जो प्रवासी मिलियेनर्स के लिए एक टॉप डेस्टिनेशन बन गया है.भले ही इस लिस्ट को देख कर दुनिया के तमाम शहर अपने पर गर्व कर रहे हों, कुछ शहर लिस्ट में ऐसे भी हैं जिन्हें नुकसान का सामना करना पड़ा है.
ज्ञात हो कि लंदन जैसे देश ने अपनी करोड़पति आबादी का 10% खो दिया है. वहीं चीन द्वारा महामारी के दौरान की कार्रवाई के बाद धनी लोगों के सिंगापुर चले जाने से हांगकांग में करोड़पतियों की संख्या में 4% की गिरावट देखी गई.
इसके अलावा चीन का शेनझेन, भारत का बेंगलुरु, हो चि मिंच सिटी, स्कॉट्सडेल, एरिजोना भी वो शहर बने हैं जहां 0 वर्षों में करोड़पतियों की आबादी दोगुनी से अधिक हो गई है.
लिस्ट की मानें तो दुबई मिडिल ईस्ट का सबसे अमीर शहर है, जो वैश्विक स्तर पर 21वें स्थान पर है. प्रति व्यक्ति संपत्ति के आधार पर, मोनाको दुनिया में नंबर 1 स्थान पर है, इसके 40% से अधिक निवासी करोड़पति हैं. लिस्ट में न्यूयॉर्क दूसरे नंबर पर है.