देश में 60 फीसदी सस्ता हुआ टमाटर, आलू में मामूली उछाल, जानें कितने हुए दाम 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 14, 2022, 09:13 AM IST

Photo Credit: Zee News

जून के मुकाबले जुलाई के महीने में टमाटर के दाम में भारी गिरावट देखने को मिली है. जुलाई में टमाटर 60 फीसदी सस्ता हुआ है. इसकी वजह गर्मी में कमी, बेहतर प्रोडक्शन और सप्लाई को बताया जा रहा है. 

डीएनए हिंदी: जून के महीने में देशभर में टमाटर ने सभी के स्वाद का जायका बिगाड़ दिया था. देश के कई हिस्सों में टमाटर के दाम (Tomatoes Price) 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए थे. राजधानी दिल्ली में टमाटर 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा था. वहीं जुलाई में इसकी कीमत में 60 फीसदी गिरावट देखने को मिली है. वहीं दूसरी ओर सब्जियों में सबसे आम आलू के दाम (Potatoes Price) में मामूली तेजी देखने को मिली है. टमाटर के दाम में भारी गिरावट आने से जुलाई में फूड इंफ्लेशन के साथ थोक और खुदरा महंगाई को कम करने में काफी मदद मिलेगी. 

कितना सस्ता हुआ टमाटर 
टमाटर की कीमतें, जो जून में 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थीं, वो जुलाई में 60 फीसदी गिरकर 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं, जो आम लोगों के लिए काफी राहत भरी खबरा है. वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत से आ रही डिमांड की वजह से अच्छे क्वालिटी के आलू के दाम में 2 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. जानकारों की मानें तो 2 फीसदी इजाफा काफी मामूली है. एक तरह से आलू के दाम स्थि​र ही बने हुए हैं. ना तो इनमें इजाफा देखने को मिला है और ना ही सस्ता हुआ है. यह भी एक राहत की बात है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जून में आलू और टमाटर की महंगाई क्रमश: 23.86 फीसदी और 158.78 फीसदी बढ़ी थी. कीमतों में भारी गिरावट के कारण जुलाई में टमाटर की महंगाई कम होने की संभावना है.

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इस वजह​ से सस्ता हुआ टमाटर 
एशिया में सबसे बड़ी, आजादपुर मंडी के टमाटर व्यापारी संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने एक मीडिया रिपोर्ट में जानकारी देते हुए कहा कि देश भर में टमाटर की फसल को प्रभावित करने वाली असामान्य गर्मी अब नहीं है. बारिश हुई है और उत्पादन बढ़ा है. कर्नाटक के शिमला और कोलार, बागपल्ली, चिंतामणि जिलों और आंध्र के मदनपल्ले जैसे स्थानों से सप्लाई मजबूत है. इससे जुलाई में कीमतों में कमी आई. वेजिटेबल ग्रोअर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्रीराम गढ़वे ने कहा कि मई और जून में जलवायु की स्थिति में बदलाव के कारण टमाटर की फसल में कीटों का हमला हुआ था. जिसकी वजह से सप्लाई में भारी गिरावट आई थी. जिसका असर कीमतों पर देखने को मिला था. 

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