अब चाहे 10 रुपये की चाय पीनी हो या हजारों रुपये की शॉपिंग करनी, हर कोई यूपीआई पेमेंट (UPI Payments) का आदी हो गया है. पेटीएम (PAYtm), गूगल पे (Google Pay), फोनपे (PhonePe) जैसे यूपीआई ऐप्स की लोगों को इतनी आदत पड़ गई है कि जेब में कैश रखना ही भूल गए हैं. कोविड महामारी के दौरान से तो ऑनलाइन पेमेंट और बढ़ गई है. लेकिन अब UPI पेमेंट को लेकर एक जानकारी सामने आई है. यह जानकारी यूपीआई यूजर्स की टेंशन बढ़ा सकती है.
दरअसल, भारत में जब ऑनलाइन पेमेंट का क्रेज बढ़ा तो Rupay पेमेंट नेटवर्क को लॉन्च किया गया था. यह पूरी तरह भारतीय नेटवर्क था. जिसने मार्केट में आते ही अमेरिका के Visa और Mastercard नेटवर्क को कड़ी टक्कर दी. आज देश में बड़े-बड़े बैंक Rupay के क्रेडिट कार्ड जारी कर रहे हैं. इसकी वजह से इसका मार्केट शेयर भी 30 प्रतिशत तक पहुंच गया है.
मीडिया से बात करते हुए कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि UPI Payment पर यूजर्स क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं. अब क्योंकि 2,000 रुपये से अधिक की पेमेंट करने पर MDR चार्ज लगता है, तो ऐसे में क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट करने पर चार्ज बढ़ाया जा सकता है. यानी आपको छोटी पेमेंट पर भी चार्ज देने पड़ सकता है.
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हालांकि, इसके बारे में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन इसपर विचार लंबे से चल रहा है. पिछले महीने फिनटेक कंपनियों ने सरकार के सामने यूपीआई में रेवेन्यू की कमी पर चिंता जाहिर की थी.
उनका कहना था कि अगर लंबे समय से मार्केट में बना रहना है तो मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) के साथ क्रेडिट कार्ड जैसे सिस्टम की जरूरत है. कंपनियों ने दावा किया कि जीरो एमडीआर मॉडल से फायदा नहीं हो रहा.
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