डीएनए हिंदी: दुनिया का सबसे बड़ा रिवर क्रूज गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) यात्रियों को लेकर सफर पर निकल चुका है. यह क्रूज वाराणसी से 39 यात्रियों के साथ निकला है. मालूम हो कि इसका सफर 51 दिनों में पूरा होकर असम के डिब्रूगढ़ में खत्म होगा. हालांकि यह सफर जितना रोमाचंक दिखने में लग रहा है जेब पर उतना ही भारी भी है. दरअसल इस सफर के लिए यात्रियों को 20 से 25 लाख रुपये खर्च (Ganga Vilas Cruise Fare) करने होंगे. लोगों में इस लक्ज़री क्रूज को लेकर दीवानगी देखने को मिल रही है. हालात ऐसे हैं कि इस क्रूज की टिकट साल 2024 तक के लिए फुल बुक है. इस क्रूज की खासियत है राजा-महाराजाओं वाली सेवा यानी इस क्रूज का सफर करने वाले यात्रियों को सभी आलिशान सुविधाएं मिलेंगी और इसके इंटीरियर के तो क्या ही कहने.
गंगा विलास क्रूज के मालिक कौन हैं?
अब जब गंगा क्रूज की इतनी चर्चा है तो यह भी जान लेते हैं इसे किसने बनवाया है? गंगा क्रूज को बनवाने वाले राज सिंह (Raj Singh) हैं. इस क्रूज का निर्माण अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज (Antara Luxuary River Cruises ) कंपनी ने की है. बता दें कि इस कंपनी के CEO और फाउंडर राज सिंह हैं. राज सिंह का कहना है कि यह क्रूज दूसरे अन्य क्रूज से अलग है. फिलहाल इस क्रूज को प्राइवेट कंपनी मैनेज कर रही है. आईलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया जो कि मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग , पोर्ट एंड वाटरवेज के अंदर आती है इसके संचालन में उसका समर्थन मिल रहा है.
राज सिंह इस कारोबार में पिछले 15 सालों से हैं. अब तक उनकी कंपनी ने 9 लक्ज़री क्रूज बनाए हैं. हालांकि राज सिंह खुद वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट हैं.
गंगा विलास क्रूज कि क्या खासियत है?
गंगा विलास क्रूज की डिजाइनिंग और इंटीरियर डॉ अनीपूर्ण गनीमाला ने की है. इस क्रूज की डिजाइनिंग भारतीय कल्चर और यहां कि परंपरा को ध्यान में रखकर बनाया गया है. इसके डिजाईन में ब्राइट और लाइट रंगों का इस्तेमाल किया गया है. क्रूज को सजाने के लिए मेक इन इंडिया और इंडियन ट्रेडिशन पर फोकस किया गया है.
क्रूज में नहीं कर सकते हैं नॉनवेज और शराब का सेवन
राज सिंह के मुताबिक क्रूज में आए टूरिस्ट को वन टू वन एक्सपीरियंस मिलने के लिहाज से नॉनवेज और शराब के सेवन पर प्रतिबंध लगाया गया है.हालांकि क्रूज पर खाने-पीने में कांटिनेंटल भोजन (Continental Food) परोसा जाएगा.
क्रूज को बनाने में कितना खर्च आया?
गंगा विलास क्रूज की कुल लम्बाई 62 मीटर है. यह पूरी तरह से मेड इन इंडिया है. इसे बनाने में लगभग 68 करोड़ रुपये का खर्च आया है. बता दें कि यह क्रूज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बंग्लादेश और असम से गुजरेगी. इस दौरान यह 27 नदियों का सफर तय करेगी. यह पूरी तरह पॉल्यूशन फ्री है और इसका अपना STP प्लांट है. मतलब क्रूज की गंदगी गंगा नदी में नहीं जाएगी.
क्रूज पर मिलेंगी ये सुविधाएं
गंगा विलास क्रूज को इंटरनेशनल टूरिस्ट के हिसाब से बनाया गया है. इसमें आपको एंटरटेनमेंट के लिहाज म्यूजिकल नाइट्स, कल्चरल प्रोग्राम, म्यूजिक जैसे सुविधाओं के साथ जिम, स्पा, ओपन गार्डन और स्पेस बालकनी की सर्विस मिलेगी.
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