डीएनए हिंदी: देश में महंगाई (Inflation in India) दर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है और यह मोदी सरकार और केंद्रीय बैंक यानी आरबीआई (RBI) के लिए एक बड़ी चुनौती है. अहम बात यह है कि आरबीआई के प्रयासों के बावजूद महंगाई को काबू करने में आरबीआई को दिक्कतें आ रही हैं. महंगाई काबू करने को लेकर अब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि अक्टूबर के लिए महंगाई का आंकड़ा 7 फीसदी से कम रहने की उम्मीद है.
महंगाई को लेकर आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि महंगाई के लिए देश मेंदो से छह फीसदी के महंगाई के लक्ष्य को बदलने की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि, इसे बदलने पर काफी बहस हो रही है. शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारत के कुल माइक्रो इकोनॉमिक फंडामेंटल्स वैश्विक उतार-चढ़ाव के बीच मजबूत बने हुए हैं. दोनों सरकार और रिजर्व महंगाई की चुनौती से प्रभावी तरीके के साथ निपट रहे हैं.
नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदल देगी कांग्रेस, चुनावी घोषणापत्र में क्या-क्या है खास?
भारत की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी को लेकर भी आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि इस साल भारत की आर्थिक ग्रोथ 7 प्रतिशत रहेगी. उन्होंने यह भी कहा है कि बैंकिंग सेक्टर स्थिर बना हुआ है. वर्तमान हालात में ग्रोथ के आंकड़े अच्छे दिख रहे हैं जिससे विकास दर में अच्छे संकेत मिल सकते हैं.
आरबीआई गवर्नर IMF के अनुमान को लेकर कहा है कि भारत मौजूदा साल में करीब 6.8 फीसदी की दर से बढ़ेगा. यह भारत को दुनिया में सबसे तेजी के ग्रोथ करती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच रह सकता है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में युद्ध और अब वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव के तीन बड़े झटकों को झेला है और इसके बचे असर उभरती अर्थव्यवस्थाओं को भी महसूस हो रहे हैं.
क्या जेल से बाहर आने पर 'सुधर' गए संजय राउत, PM Modi और देवेंद्र फडणवीस की तारीफ में पढ़े कसीदे
पिछले कुछ महीनों से आ रहे आर्थिक आंकड़े लोगों को झटका देते रहे हैं लेकिन आरबीआई को उम्मीद है कि अक्टूबर के आंकड़ों आर्थिक स्तर पर राहत मिल सकती है. शक्तिकांत दास ने कहा है कि सितंबर के मुकाबले अक्टूबर के महंगाई आंकड़े राहत देने वाले होंगे. आरबीआई गवर्नर ने बताया कि अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति 7% से कम होने की संभावना है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.