भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो ने वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों को दफ्तर बुलाने का फरमान जारी कर दिया है. अब विप्रो के कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम तीन दिन ऑफिस आना होगा वरना एक दिन की छुट्टी काट ली जाएगी. लाइव मिंट के मुताबिक, बेंगलुरु स्थित विप्रो लिमिटेड ने अपने कर्मचारियों को एक इंटरनल मेल भेजकर हफ्ते में कम से कम तीन दिन दफ्तर आने के निर्देश दिए हैं.
वर्क फ्रॉम होम होगा बंद
विप्रो मैनेजमेंट ने एचआर टीम को कर्मचारियों की वर्क फ्रॉम होम रिक्वेस्ट को रिजेक्ट करने का आदेश दिया है. आदेश में कहा गया है, 'अगर ऐसी कोई मंजूरी मिलती है तो कृपया तत्काल प्रभाव से अप्रूवल को रद्द करें और टीमों को हफ्ते में कम से कम तीन दिन कार्यालय आने का सुझाव दें. ऐसा नहीं करने पर सिस्टम में लीव काट लिया जाना चाहिए'.
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विप्रो के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, 'अगर कोई कर्मचारी सप्ताह में आवश्यक तीन दिन शारीरिक रूप से कार्यालय में उपस्थित नहीं है, तो सभी तीन दिनों को छुट्टी के रूप में गिना जाएगा'. मिंट स्वतंत्र रूप से यह पता नहीं लगा सका कि रद्द की गई छुट्टियों के परिणामस्वरूप दिन के लिए वेतन में कटौती होगी या नहीं.
टीसीएस ने भी जारी किया फरमान
टीसीएस ने अपने कर्मचारियों के वैरिएबल पे को ऑफिस अटेंडेंस से जोड़ दिया है और कर्मचारियों को हफ्ते के पांचों दिन ऑफिस आने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही इन्फोसिस लिमिटेड ने एक हाइब्रिड वर्क मॉडल अपनाया है, जिसमें कंपनी ने कर्मचारियों को कुछ दिन ऑफिस और बाकी दिन वर्क फ्रॉम पर रहने का आदेश दिया है.
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