डीएनए हिंदी: सीधे शब्दों में कहें तो 15*15*15 (15*15*15 Rule) नियम के मुताबिक, कोई भी स्टॉक/म्युचुअल फंड (Mutual Fund) में 15 साल की अवधि के लिए केवल 15,000 रुपये प्रति माह निवेश करके एक करोड़ रुपये कमा सकता है, जो प्रति वर्ष 15 प्रतिशत रिटर्न प्रदान करता है.
इसे कंपाउंडिंग (Compounding) कहते हैं. आइए 15*15*15 नियम को समझने से पहले कंपाउंडिंग का मतलब समझते हैं कि कंपाउंडिंग किसे कहते हैं.
कंपाउंडिंग क्या है?
'कंपाउंडिंग' एक शब्द है जिसका इस्तेमाल म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में बड़े पैमाने पर किया जाता है. यह एक ऐसी घटना है जिसके द्वारा नियमित रूप से निवेश की गई छोटी राशि समय के साथ एक महत्वपूर्ण राशि में बदल जाती है. एक विशेष कंपाउंडिंग पीरियड के दौरान अर्जित ब्याज बदले में अगली कंपाउंडिंग पीरियड में ब्याज अर्जित करेगा.
बता दें कि कंपाउंडिंग का प्रिंसिपल म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेश की रीढ़ है और यह समय के साथ लोगों को फटेहाल से अमीरी तक ले जा सकता है. कंपाउंडिंग का अधिकतम लाभ म्यूचुअल फंड में जल्द से जल्द निवेश शुरू करके लिया जा सकता है.
कंपाउंडिंग की शक्ति
कंपाउंडिंग की शक्ति को आम आदमी से संबंधित उदाहरणों से बेहतर ढंग से समझा जा सकता है. उदाहरण के लिए दो व्यक्ति हैं राम और श्याम . राम ने 20 साल की उम्र में निवेश करना शुरू किया और उसने दस साल बाद निवेश करना बंद कर दिया लेकिन अपनी होल्डिंग्स को भुनाया नहीं, और 60 साल की उम्र तक इनवेस्टेड रहा. वहीं श्याम ने 30 साल की उम्र में निवेश करना शुरू किया और तब तक निवेश जारी रखा जब तक कि वह 60 वर्ष की आयु का नहीं हो गया.
60 साल की उम्र में, राम ने श्याम से कम निवेश करने के बावजूद उससे अधिक पैसा कमाया है तो यह है कंपाउंडिंग की ताकत. जब श्याम ने निवेश करना शुरू किया तब तक राम ने इस म्यूचुअल फंड निवेश खाते में पहले से ही कॉर्पस जमा कर लिया था. राम ने कभी भी अपने फंड यूनिट्स को वापस नहीं लिया, उन्होंने 60 साल की उम्र तक बिना कुछ और खरीदे उन्हें इनवेस्टेड छोड़ दिया. इन यूनिट्स ने कंपाउंडिंग ब्याज जमा करना जारी रखा जिससे राम का पोर्टफोलियो उनके निवेश के 33.9 गुना तक बढ़ गया.
निवेश का 15*15*15 नियम क्या है?
यदि आप किसी स्टॉक/म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में 15 साल की अवधि के लिए 15,000 रुपये प्रति माह निवेश करते हैं जो आपको सालाना आधार पर 15 प्रतिशत ब्याज देता है, तो आप 15 साल के अंत में 1,0027,601 रुपये के शीर्ष पर बैठे होंगे. जबकि आपने केवल 27 लाख रुपये का निवेश किया है, आपने 73 लाख रुपये कमाए होंगे.
चाहे आप 15 साल के लिए निवेश करें या 30 साल के लिए, आपको निवेश की प्रक्रिया जल्दी शुरू कर देनी चाहिए.
SEBI रजिस्टर्ड टैक्स और इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी ने मिंट को बताया, "अगर कोई 25 साल की उम्र में म्यूचुअल फंड एसआईपी शुरू करता है, तो वह 35 साल तक निवेश कर सकता है, जिससे उच्च चक्रवृद्धि लाभ और परिपक्वता राशि मिलती है."
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