डीएनए हिंदी: RBI के रेपो रेट में बढ़ोतरी का असर अब बैंकों के लोन पर पड़ना शुरू हो गया है. दरअसल हाल ही में RBI ने 0.25 प्रतिशत रेपो दर में वृद्धि की है. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने हाल ही में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) पर आधारित लोन पर ब्याज दर में वृद्धि की घोषणा की. 12 फरवरी, 2023 को प्रभावी होने पर बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट को नई ब्याज दर के साथ अपडेट किया जाएगा.
बैंक ऑफ बड़ौदा की MCLR रेट में बढ़ोतरी
सभी कार्यकालों के लिए, MCLR में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी की गई है. बैंक की ओवरनाइट एमसीएलआर दर 7.85 से बढ़कर 7.90 फीसदी हो गई, जबकि एक महीने की अवधि वाले कर्ज की दर 8.15 से बढ़कर 8.20 फीसदी हो गई. छह महीने की अवधि 8.40 फीसदी से बढ़कर 8.55 फीसदी और तीन महीने की एमसीएलआर 8.25 फीसदी से बढ़कर 8.30 फीसदी हो गई है. एक साल की एमसीएलआर बढ़कर 8.55 फीसदी हो गई है.
लोन इंटरेस्ट में बढ़ोतरी
कॉर्पोरेट उधारकर्ता के साथ-साथ रिटेल लेंडिंग, जैसे होम लोन (Home Loan), पर्सनल लोन (Personal Loan) और SME, MCLR में वृद्धि से काफी प्रभावित होने का अनुमान है. बाहरी बेंचमार्क से जुड़े लोन पर प्रभाव के परिणामस्वरूप समान मासिक किस्तें (EMI) बढ़ेंगी.
RBI के रेपो रेट में बढ़ोतरी
RBI ने देश में छठी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. जिस दर पर केंद्रीय बैंक अन्य बैंकों को पैसा उधार देता है उसे रेपो रेट के तौर में जाना जाता है. फिलहाल रेपो रेट 6.50 प्रतिशत है. रेपो रेट में यह बढ़ोतरी संभवत: अन्य बैंकों को अपनी लोन इंटरेस्ट रेट में वृद्धि करने के लिए प्रेरित करेगी जो सीधे उधारकर्ताओं के जेब को प्रभावित करेगी.
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