PPF Rules: जनता के लिए गुड न्यूज, मैच्योरिटी के बाद भी PPF में कर सकते हैं पैसे जमा, जानें ये खास नियम

Written By मनीष कुमार | Updated: Aug 20, 2023, 11:15 AM IST

यदि आप मैच्योरिटी पूरी होने के बाद भी PPF अकाउंट को जारी रखना चाहते हैं तो ऐसा मुमकिन है. आइए जानते हैं PPF से जुड़ कुख खास नियम.

डीएनए हिंदी: आम जनता के लिए सरकार जो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) योजना चला रही है उसमें आप निवेश करके लॉन्ग टर्म में काफी अच्छा रिटर्न पा सकते हैं. संगठित क्षेत्र में काम न करने पर भी निवेशक भविष्य निधि योजना (Public Provident Fund) से लाभ उठा सकते हैं. इस स्कीम की यही बात इसे यूनीक बनाती है. इस कार्यक्रम के तहत जमा की गई राशि पर सरकार कंपाउंड इन्टरेस्ट देती है. आप इस स्कीम में आप एक फाइनेंशियल ईयर में 500 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं. इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है. पीपीएफ स्कीम को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठते रहते हैं. एक सवाल जो अक्सर कई बार लोग पूछते रहते हैं कि क्या इस स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड को बढ़ाया जा सकता है? अगर आप भी अपने पीपीएफ खाते को बढ़ाना चाहते हैं तो हम आपको इससे जुड़े कुछ नियमों के बारे में आज बताएंगे.

क्या पीपीएफ खाता को मैच्योरिटी के बाद बढा सकते हैं?
यदि कोई व्यक्ति 20 वर्ष की आयु में पीपीएफ खाता खोलता है, तो पीपीएफ नियमों के अनुसार, वह खाता 35 वर्ष की आयु में मैच्योर होगा लेकिन मैच्योरिटी पूरी होने के बाद भी वह इस खाते में निवेश जारी रखने के लिए आजाद है. नियमों के अनुसार, आप अपने PPF Account को 5-5 साल करके आगे बढ़ा सकते हैं. अगर आप अपना पीपीएफ अकाउंट बढ़ाना चाहते हैं तो भी आपके पास दो विकल्प हैं.

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1. निवेश के साथ खाते को आगे बढ़ाना 
इकोनॉमिक टाइम्स में की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीपीएफ खाताधारक के पास मैच्योरिटी के बाद खाता जारी रखने के लिए दो विकल्प हैं. पहला विकल्प आपको खाते में नई निवेश राशि जोड़ने की अनुमति देता है. आपको इसके लिए आवेदन करना होगा और इसके साथ फॉर्म एच (Form-H) जमा करना होगा. इस फॉर्म के बिना, आप खाते में की गई किसी भी अतिरिक्त जमा राशि पर ब्याज प्राप्त नहीं कर सकते. इसके अतिरिक्त, आपको इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत कर में किसी तरह की छूट या लाभ नहीं मिलेगा.

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2. बिना निवेश किए खाते को जारी रखना
इसके अलावा मैच्योरिटी के बाद खाते को आगे बढ़ाने का एक और तरीका है. आप ऐसा कर सकते हैं. एक भी रुपया निवेश किए बिना खाते को अतिरिक्त पांच साल के लिए बढ़ा सकते हैं. खाताधारक के पास प्रति वित्तीय वर्ष में केवल एक बार खाते से धनराशि निकालने की सुविधा होगी. यदि आप बिना निवेश का विकल्प चुनते हैं तो किसी भी अतिरिक्त निवेश पर ब्याज दरों का लाभ आपको उपलब्ध नहीं होगा.

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