Property Auction: बैंक 5 लाख तक घरों की करेंगे नीलामी, रियायती दरों पर कर सकेंगे संपत्ति हासिल

Written By नेहा दुबे | Updated: Apr 26, 2023, 02:33 PM IST

Property Auction

E-Auction: बैंक अक्सर ऐसी संपत्तियों या चीजों की नीलामी करते हैं जिसका कस्टमर्स लोन चुकाने में असफल रहते हैं. अब आप ऐसी संपत्तियों को बैंकों द्वारा शुरू किए जा रहे ई-नीलामी ऐप के जरिए खरीद सकेंगे.

डीएनए हिंदी: भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एक ई-नीलामी ऐप लॉन्च (E-Auction App) करने के लिए तैयार हैं जो यूजर्स को अपने घरों में आराम से संपत्तियों से संबंधित जानकारी तक पहुंचने की अनुमति देगा. ऐप में संपत्ति के स्थान और शुरुआती नीलामी राशि जैसे डिटेल्स शामिल होंगे, जिससे खरीदारों को पूरी जानकारी एक साथ मिल सकेगी. इस कदम से खरीद प्रक्रिया को सरल करते हुए संपत्ति धोखाधड़ी के मामलों में कमी आने की उम्मीद है.

ऐप में नीलामी के लिए उपलब्ध पांच लाख संपत्तियों तक की सुविधा होगी, जिन्हें बैंकों ने उन यूजर्स से जब्त कर लिया है जो अपने ऋण चुकाने में असमर्थ थे. सरकारी बैंकों को ऐप के जरिए इन संपत्तियों की नीलामी करके इन ऋण राशियों की वसूली की उम्मीद है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट है कि बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों का अनुमान है कि वे अगले पांच वर्षों में 6 लाख लेनदेन पूरा करेंगे, जिसमें एक लाख नीलामी शामिल हैं.

ऐप या वेब पोर्टल पर लॉग इन करके यूजर्स संपत्ति से संबंधित डेटा, दस्तावेज़ और जानकारी तक पहुंच सकते हैं. जब ऐप लॉन्च किया जाता है, तो व्यक्ति अपने स्मार्टफोन पर ही घरों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे रियल एस्टेट संपत्ति खरीदने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी.

यह पहल संपत्ति धोखाधड़ी को कम करके और लेनदेन प्रक्रिया को तेज करके खरीदारों और विक्रेताओं दोनों के लिए रियल एस्टेट लेनदेन की दक्षता में सुधार करेगी. यह अनुमान लगाया गया है कि ऐप प्रक्रिया की पारदर्शिता बढ़ाने में योगदान देगा और बिक्री के लिए संपत्तियों पर विवरण तक आसान पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा. भारत में संपत्तियों की खरीद और बिक्री की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के संदर्भ में, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की यह कार्रवाई काफी प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है.

यह भी पढ़ें:  ये हैं भारत के टॉप 10 Private Banks, जानिए कब हुए थे शुरू

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.