Property to Buy: अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी टू मूव फ्लैट खरीदने पर किसमें है ज्यादा फायदा और नुकसान

Written By नेहा दुबे | Updated: May 11, 2023, 09:25 AM IST

Property to Buy

Property to Buy: अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की तलाश में हैं तो अंडर कंस्ट्रक्शन या रेडी टू मूव दो विकल्प सामने हैं जिनमें से आप अपने मुताबिक प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं.

डीएनए हिंदी: 'रोटी, कपड़ा और मकान' ये तीन चीजें जिंदगी में मूल जरुरत हैं. हमें रोटी और कपड़ा तो मिल जाता है लेकिन अच्छा मकान पाने के लिए अच्छे से खोज खबर लेनी पड़ती है तब जाकर कहीं एक अच्छा घर मिलता है. Real Estate बाजार में पहले के मुकाबले काफी तेजी देखने को मिल रही है. इस बंपर बढ़ोतरी की वजह से मकान, फ्लैट की बिक्री में काफी तेजी आई है. होम बायर्स इसके लिए अपने-अपने बजट के मुताबिक प्रॉपर्टी की बुकिंग भी कर रहे हैं. ऐसे में बहुत से लोग रेडी टू मूव खरीद रहे हैं तो कई लोग सस्ता फ्लैट पाने की चाहत में अंडर कंस्ट्रक्शन घर बुक कर रहे हैं. अगर आपने अभी तक घर नहीं खरीदा है और खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यहां हम बताएंगे कि कौन सा घर खरीदना आपके लिए सही रहेगा. सबसे पहले बात करते हैं अंडर कंस्ट्रक्शन पर....

अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी के क्या हैं नुकसान और फायदे?

प्रॉपर्टी खरीदार अक्सर अंडर कंस्ट्रक्शन में निवेश करना ज्यादा सस्ता और आसान समझते हैं. इसमें कम पैसे में प्रॉपर्टी खरीदने का मौका तो मिलता ही है लेकिन फ्लैट का पजेशन कब मिलेगा इसका कुछ अता-पता नहीं होता है. साथ ही धीरे-धीरे पैसे देने की वजह से फाइनेंशियल बोझ भी नहीं पड़ता है. हालांकि अगर पजेशन लटक गया तो EMI और रेंटल बोझ जान के दुश्मन बन जाते हैं. वहीं जहां आप फ्लोर और लोकेशन को आजादी से चुन सकते हैं वहीं आप निर्माण की क्वालिटी को भी नहीं आंक सकते हैं.  बिल्डर अपने किए हुए वादे से कभी भी मुकर सकता है जिसकी वजह से एक बार फ्लैट बुक करने के बाद इसे कैंसिल करना भी मुश्किल हो जाएगा और अगर बिल्डर डूबा तो प्रोजेक्ट भी लटक सकता है.इसके इतर अगर सब कुछ सही चला तो निवेश किए गए रुपये पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है. साथ ही आप अपने बजट में कई अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी देख सकते हैं.

रेडी टू मूव प्रॉपर्टी के क्या हैं नुकसान और फायदे?

रेडी टू मूव प्रॉपर्टी को लोग अक्सर सबसे ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन जैसे हर चीज की कुछ अच्छाई और बुराई होती है. वैसे ही इसके भी कुछ नफा और नुकसान है. रेडी टू मूव प्रॉपर्टी में पैसा देते ही फ्लैट आपका हो जाएगा, यानी चाबी आपके हाथों में आ जाएगी.वहीं कंस्ट्रक्शन क्वालिटी भी आप आसानी से पता कर पाएंगे. पजेशन कि तो कहीं चिंता करने की बात ही नहीं है.अब जब आप अपने घर में प्रवेश कर गए हैं तो आपको रेंट और EMI के एक साथ पेमेंट करने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी और अब आपको सिर्फ EMI देना है. हालांकि रेडी टू मूव प्रॉपर्टी की कीमत अक्सर ज्यादा होती है इसलिए मनपसंद प्रॉपर्टी के विकल्प भी सीमित हो जाते हैं और निवेश किए गए अमाउंट पर आपको बंपर रिटर्न मिलने की संभावना भी लगभग कम हो जाती है.

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