वरिष्ठ नागरिकों के लिए खुशखबरी, NSC, KVP में भी ब्याज दरों की हुई बढ़ोतरी

Written By नेहा दुबे | Updated: Dec 31, 2022, 11:23 PM IST

Personal Finance

KVP: सरकार ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के साथ कुछ योजनाओं के दरों में भी बदलाव कर दिया है. हालांकि यह लाभ कुछ ही योजनाओं के लिए है.

डीएनए हिंदी: लाखों वरिष्ठ नागरिकों और आम बचत योजना खाताधारकों के लिए बड़ी खबर है. सरकार ने कई छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में वृद्धि की है. जिन योजनाओं में ब्याज दर में वृद्धि देखी गई है, वे हैं किसान विकास पत्र (KVP), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और डाकघर बचत योजनाएं. अगर आप इन योजनाओं में निवेश करते हैं तो आपको अच्छा और सुरक्षित रिटर्न मिल रहा है. NSC, KVP और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है. इसी तरह 5 फीसदी तक की जमा राशि में भी बढ़ोतरी की गई है. वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि बदलाव 1 जनवरी से 31 मार्च, 2023 के बीच लागू होंगे.

हालांकि कुछ पॉपुलर योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इनमें पीपीएफ (7.1 फीसदी) और सुकन्या समृद्धि योजना (7.6 फीसदी) शामिल हैं. बढ़ोतरी के साथ, केंद्र ने बैक-टू-बैक तिमाहियों में कुछ योजनाओं के लिए ब्याज दरों में वृद्धि की है. इससे पहले, नौ तिमाहियों के लिए ब्याज दरें स्थिर बनी हुई थीं. छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें आम तौर पर हर तिमाही में संशोधित की जाती हैं.

पोस्ट ऑफिस में टर्म डिपॉजिट पर मिलेगा:

  • एक साल की जमा: 6.6 प्रतिशत
  • दो साल की जमा: 6.8 प्रतिशत
  • तीन साल की जमा: 6.9 प्रतिशत
  • पांच साल की जमा: 7 प्रतिशत

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दर जनवरी-मार्च की अवधि में 40 आधार अंक बढ़कर 8 प्रतिशत हो जाएगी.

किसान विकास पत्र (KVP) की ब्याज दर 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दी गई है. मैच्योरिटी पीरियड को 123 महीने से घटाकर 120 महीने कर दिया गया है.

मासिक आय योजना के लिए, 40 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 7.1 प्रतिशत कर दिया है. एनएससी के लिए ब्याज दर 20 आधार अंकों से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दी गई है. बचत जमा पर ब्याज दर 4 फीसदी सालाना रहेगी.

यह भी पढ़ें:  Credit Card, Bank Locker और GST के 1 जनवरी से बदल जाएंगे नियम, यहां पढ़ें पूरी डिटेल

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.