डीएनए हिंदी: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले साल 2022 में देशवासियों के लिए मिनिमम ऑफलाइन ट्रांजेक्शन की सुविधा शुरू की थी. बता दें कि ऑफलाइन डिजिटल भुगतान की सीमा बढ़ाकर 200 से 500 रुपये कर दी गई है. RBI द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, इस निर्देश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा. इससे ये भी पता चलता है कि छोटे मूल्य के डिजिटल भुगतान से संबंधित सभी निर्देशों को पहले जैसा ही रखा गया है. ऑफलाइन डिजिटल भुगतान यानी एक ऐसा लेनदेन है जिसके लिए इंटरनेट की कनेक्टिविटी की जरूरत नहीं होगी.
RBI के मुताबिक, ऑफलाइन मोड में UPI लाइट लेनदेन की लिमिट बढ़ाकर 200 से 500 रुपये कर दी गई है. बता दें कि इसकी वॉलेट लिमिट पहले जैसी ही 2,000 रुपये है. इस बदलाव के बाद यूजर्स 500 रुपये तक का भुगतान इंटरनेट के बिना भी कर सकेंगे. अब नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) और यूपीआई लाइट के द्वारा ऑफलाइन मोड में छोटे मूल्य का डिजिटल पेमेंट हो सकेगा.
जानें RBI का प्लान
जानकारी के मुताबिक आरबीआई ने 10 अगस्त 2023 को मौद्रिक नीति समिति (MPC) को संबोधित करते हुए ट्रांजेक्शन लिमिट बढ़ाने का फैसला लिया गया था. जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया था कि प्रति ट्रांजेक्शन लिमिट को 500 रुपये तक बढ़ाया जा रहा है. साथ ही दो पुष्टीकरण की छूट से जुड़े जोखिमों से ग्राहकों को बचाने के लिए 2,000 रुपये की लिमिट को ही बरकरार रखा गया है.
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डिजिटल ट्रांजेक्शन को मिलेगा बढ़ावा
पिछले साल जनवरी 2022 में आरबीआई ने ऑफलाइन मोड में छोटे मूल्य के डिजिटल पेमेंट की सुविधा शुरू की थी. इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य देश के ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना है. बता दें कि इस सुविधा से कोई भी यूजर इंटरनेट के बिना भी लेनदेन कर सकेगा.
Google Pay का UPI लाइट सर्विस
बीते महीने जुलाई में, Google Pay ने कस्टमर्स की सुविधा के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर नई UPI लाइट सर्विस लॉन्च किया था. Google Pay ने अपने प्लेटफॉर्म पर UPI लाइट सर्विस लेनदेन के लिए UPI पिन की अनिवार्यता हटा दी है. ये एक टैप में भी हो जाएगा. इसके अलावा इसे ऑफलाइन मोड में भी यूज किया जा सकता है.
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