नॉर्मल एसआईपी से कैसे अलग है Freedom SIP और क्या हैं इसके फायदे? जानिए सबकुछ

Written By मनीष कुमार | Updated: Aug 19, 2023, 03:40 PM IST

नॉर्मल SIP और Freedom SIP में क्या फर्क होता है और आपके लिए कौनसी SIP बेहतर रहेगी आइए जानते हैं सबकुछ.

डीएनए हिंदी: आपने अक्सर एसआईपी में निवेश  को लेकर काफी कुछ सुना-पढ़ा होगा. इस बात में कोई दोराय नहीं है कि एसआईपी वर्तमान में निवेशकों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि म्यूचुअल फंड एसआईपी ने लोगों को तुरंत बेहतरीन रिटर्न देकर अमीर बना दिया है. साथ ही अगर आप इसमें लंबे समय के लिए निवेश करते हैं तो आप आसानी से करोड़ों रुपये जमा कर सकते हैं. मगर क्या आपने कभी फ्रीडम एसआईपी के बारे में सुना है? यदि नहीं, तो हम आज आपको इस बिल्कुल नए एसआईपी के बारे में बताएंगे, जो आपके निवेश को ज्यादा प्रॉफिटेबल और फ्लक्सिबल बना देगा. तो आइए जानते हैं फ्रीडम SIP क्या होता है और यह नॉर्मल SIP से कैसे अलग होता है.

क्या है फ्रीडम SIP?
आईसीआईसीआई (ICICI) प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड द्वारा "फ्रीडम एसआईपी" नाम की एक विशेष सुविधा शुरू की गई है. यह एसआईपी की पावर को एक सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान यानि SWP से साथ जोड़ देता है. इसके माध्यम से, निवेशक धीरे-धीरे अपनी संपत्ति बढ़ा सकते हैं, और एक बार एसआईपी अवधि समाप्त होने के बाद, वे एसडब्ल्यूपी के माध्यम से कैश फ्लो को भी मैनेज कर सकते हैं.

3 चरणों की है Freedom SIP
फ्रीडम एसआईपी की प्रक्रिया में तीन चरण होते हैं. निवेशकों को इसके लिए एक सोर्स स्कीम का चयन करना होगा जिसमें वे 8 साल, 10 साल, 12 साल, 15 साल, 20 साल, 25 साल या 30 साल के दौरान एसआईपी निवेश करेंगे. निवेशकों के पास इक्विटी ऑफर का एसआईपी चुनने का विकल्प होता है क्योंकि समय सीमा आमतौर पर लंबी होती है. टेन्योर पूरा होने के बाद आपके पैसे को एक टार्गेट स्कीम में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. टारगेट स्कीम ऐसी योजना है जिससे इन्वेस्टर को एसडब्ल्यूपी के जरिए से नियमित कैश फ्लो मिलेगा.

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तीन चरणों में समझे पूरी स्कीम

  1. सबसे पहले चरण में आप आईसीआईसीआई (ICICI) प्रूडेंशियल की अलग-अलग सोर्स स्कीम में से किसी एक का चयन कर सकते हैं. आप अपनी सुविधा और उद्देश्य के आधार पर इसमें 8 साल, 10 साल, 12 साल या 15 साल तक एसआईपी कर सकते हैं
     
  2. इसके बाद दूसरे चरण में 'स्विच' अपनाया जाता है. इसमें आप पहला चरण समाप्त होने के बाद योजना में बदलाव करते हैं. सोर्स स्कीम में आपकी एसआईपी अवधि समाप्त होने के बाद आप एक अलग योजना पर स्विच करते हैं, जिसे टारगेट स्कीम के रूप में जाना जाता है.
     
  3. तीसरे चरण में जैसे ही पैसा सोर्स स्कीम से टारगेट स्कीम में ट्रांसफर किया जाता है, व्यवस्थित निकासी योजना (Systematic Withdrawal Plan) लागू हो जाती है. आपके पास 8, 10, 12, या 15 का एसडब्ल्यूपी चुनने का विकल्प है. यदि आप आठ साल के लिए एसडब्ल्यूपी चुनते हैं, तो आपको वही मासिक भुगतान प्राप्त होगा जैसे कि आपने एसआईपी चुना था.  10 साल में डेढ (1.5x) गुणा, 12 साल में दो गुणा और 15 साल में तीन गुणा रिटर्न मिलता है.

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ऐसे करें कैलकुलेशन
यदि कोई निवेशक 10 साल के लिए 10 हजार रुपये की एसआईपी शुरू करता है तो 15,000 रुपये एसडब्ल्यूपी वैल्यू होगी. यदि निवेश की समयावधि 15 वर्ष तक बढ़ा दी जाए तो एसडब्ल्यूपी राशि बढ़कर 30,000 हो जाएगी. यदि निवेशक  20, 25 और 30 वर्षों तक निवेश करता रहता है तो एसडब्ल्यूपी राशि 50,000 रुपये, 80,000 रुपये और 1.2 लाख रुपये होगी. जब तक यूनिट्स टारगेट स्कीम में मौजूद हैं, तब तक एसडब्ल्यूपी प्रोसेस किया जाएगा.

फ्रीडम एसआईपी के लाभ 

  1. लगातार कैश फ्लो: फ्रीडम एसआईपी निवेशकों को टेन्योर खत्म होने के बाद लगातार कैश फ्लो पाने की सुविधा देता है. परिणामस्वरूप, निवेशकों को अपने खर्चों को कवर करने के लिए लगातार कैश मिलता रहता है.
     
  2. फ्लेक्सिबल प्लान: सोर्स स्कीम, टारगेट स्कीम और एसआईपी अवधि निवेशक खुदसे चुन सकते हैं. इसके अलावा इसमें सालाना टॉप-अप भी ऑफर किया जाता है.
     
  3. फाइनेंशियल प्लानिंग: यह सुनिश्चित करके कि एसआईपी और एसडब्ल्यूपी व्यवस्थित रूप से किए जाते हैं, यह सुविधा निवेशक को व्यवहारिक चुनौतियों से बचाती है.

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