Investment: फायदे से ज्यादा नुकसान करवा सकती है महंगाई, जानिए वजह

क्या आपको पता है कि महंगाई की वजह से आपके निवेश पर निगेटिव रिटर्न मिल सकता है. यहां जानिए वजह

जब एक निवेशक निवेश करता है तो वह हमेशा ज्यादा मुनाफा कमाने के बारे में सोचता है. लेकिन क्या आपको पता है कि निवेश पर निगेटिव रिटर्न मिलने का भी खतरा होता है. बता दें कि बाजार से जुड़े निवेश जैसे कि म्यूचुअल फंड या डायरेक्ट शेयर में निवेश करने पर निगेटिव रिटर्न मिलने का खतरा होता है लेकिन यह खतरा थोड़ा कम होता है. वहीं फिक्स्ड इनकम जैसे इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने पर पैसे के डूबने का पूरा चांस रहता है.

खतरा होता है

शेयर बाजार से जुड़े इन्वेस्टमेंट में सिक्योरिटीज की वैल्यू में गिरावट आने पर निवेश किए गए पैसे को खोने का खतरा होता है. हालांकि फिक्स्ड इनकम निवेश में इन्वेस्टमेंट करने पर पैसा खोने का डर थोड़ा कम हो जाता है लेकिन फिर भी निगेटिव रिटर्न मिलने का खतरा लगतार बना रहता है. बता दें कि यह प्रभाव मुद्रास्फीति की वजह से होता है.

बढ़ती महंगाई और निगेटिव रिटर्न

भारत में मौजूदा समय में महंगाई दर में तेजी के साथ वृद्धि हुई है और दर के बढ़ने से आपके पैसे में नुकसान होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल जब कोई बैंक FD पर सालाना 6 प्रतिशत का ब्याज देता है और महंगाई भी 6 प्रतिशत होता है तो ऐसे में नेट रिटर्न शून्य होता है. वहीं जब FD की ब्याज दरें कम होती हैं और मुद्रास्फीति ज्यादा होती है तो ऐसी स्थिति में निगेटिव रिर्टन मिलता है.

इंटरेस्ट रेट में कमी

मुद्रास्फीति बढ़ने के साथ ब्याज दरों में गिरावट आने से निगेटिव रिटर्न ज्यादा साफ़ हो जाता है. टैक्स की वजह से भी निवेशक को निगेटिव रिटर्न मिलता है.

किसपर ज्यादा असर पड़ता है?

Fixed Deposit रिटर्न पर टैक्स का असर उन लोगों पर ज्यादा होता है जो ज्यादा टैक्स स्लैब के तहत आते हैं. हालांकि मुद्रास्फीति आपके रिटर्न को और भी ज्यादा प्रभावित करता है.

निगेटिव रिटर्न से कैसे बचें

दरअसल महंगाई के दौरान अगर आप अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं तो हमेशा ऐसे जगह निवेश करें जहां से आपको मुद्रास्फीति की दर के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिल रहा हो और ऐसी स्थिति में लंबी अवधी के लिए म्यूचुअल फंड बेहतर निवेश का विकल्प है.