दरअसल आप रीयल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) के जरिए कमर्शियल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. इससे आपको रेंटल इनकम जेनरेट होता रहेगा.
2
REIT दरअसल कमर्शियल रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज में इन्वेस्टमेंट करवाते हैं या पूरा ऑपरेशन संभालते हैं. ये कंपनियां मॉल से लेकर ऑफिसेज तक में निवेश करती हैं और रेंटल इनकम जेनेरेट करती हैं.
3
भारत में REIT अपने फंड का कुल 10 प्रतिशत ही निवेश कर सकती है. साथ ही यह रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्टमेंट नहीं कर सकती है.
4
भारतीय शेयर बाजार में 3 RIET लिस्टेड हैं. छोटे निवेशक इसमें निवेश कर सकें इसलिए यह म्यूचुअल फंड की तरह निवेश करता है.कुछ साल पहले तक इसका लॉट साइज़ 200 यूनिट होता था जिसकी वजह से इसमें निवेशकों को 50 हजार रुपये का कम से कम निवेश करना जरूरी था. लेकिन अब निवेशक 15 हजार रुपये से भी निवेश कर सकते हैं.
5
RIET जिस किसी भी कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश करता है उसमें 80 प्रतिशत रेंट जेनरेट करने वाली होनी चाहिए. RIET को अपने रेंटल इनकम में से ऑपरेशन से जुड़े खर्च काटने के बाद 90 प्रतिशत इनकम को यूनिट होल्डर्स के बीच बांटना होता है.