PIB Fact Check: क्या SBI के ट्रांजेक्शन रूल्स में हुआ बदलाव? जानिए वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई

Written By नेहा दुबे | Updated: Aug 20, 2022, 01:49 PM IST

SBI

PIB ने अपने फैक्ट चेक में SBI से जुड़े लेन-देन को लेकर सभी दावों को फर्जी बताया है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक अकाउंट से ट्वीट किया कि बैंक की ओर से ऐसा कोई नियम नहीं बनाया गया है.

डीएनए हिंदी: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI (SBI) के लेनदेन से जुड़ा मैसेज वायरल हो रहा है. अगर आपका भी SBI में सेविंग अकाउंट है तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि आप सेविंग अकाउंट में सालाना 40 ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. 40 से ज्यादा ट्रांजैक्शन पर हर ट्रांजैक्शन पर अकाउंट बैलेंस से 57.5 रुपये और एटीएम से 4 बार से ज्यादा पैसे निकालने पर कुल 173 रुपये कटेंगे.

पीआईबी ने इन संदेशों को बताया फर्जी

पीआईबी (PIB) ने अपने फैक्ट चेक में इन सभी दावों को फर्जी बताया है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक अकाउंट से ट्वीट किया कि बैंक की ओर से ऐसा कोई नियम नहीं बनाया गया है. उन्होंने कहा कि ये सभी दावे फर्जी हैं. बैंक ने लेनदेन करने के लिए कोई नियम नहीं बदला है.

हर महीने 5 फ्री ट्रांजैक्शन किए जा सकते हैं

पिछले दिनों पीआईबी फैक्ट ने बताया था कि आप अपने बैंक के एटीएम से हर महीने 5 फ्री ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इसके बाद लेनदेन या किसी भी टैक्स के लिए अलग से अधिकतम 21 रुपये देय होंगे.

हाल ही में PIB फैक्ट चेक ने एक और वायरल हो रहे मैसेज को फेक बताया था. वायरल हो रहे इस मैसेज में दावा किया जा रहा था कि केंद्र की मोदी सरकार आधार कार्ड धारकों (Aadhar Card Holders) को 4.78 लाख रुपये का कर्ज दे रही है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में कहा है कि यह दावा पूरी तरह से भ्रामक है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. केंद्र की मोदी सरकार आधार कार्ड धारकों को किसी भी तरह का कर्ज नहीं देने जा रही है.

पीआईबी फैक्ट चेक क्या है?

पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) भारत सरकार की आधिकारिक फैक्ट चेक एजेंसी है. सोशल मीडिया के दौर में कई बार गलत खबरें वायरल होने लगती हैं. ऐसे में पीआईबी फैक्ट चेक ऐसी खबरों की पुष्टि करता है और भ्रामक खबरों को फैलने से रोकता है.

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