डीएनए हिंदी: भारतीय डाक सेवा (Indian Post Service) ऑनलाइन सुविधा की शुरुआत के साथ ग्राहकों को अब राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP) खाते खोलने और बंद करने के लिए डाकघर आने की आवश्यकता नहीं होगी. आप घर बैठे ही ऑनलाइन ओपन और क्लोज कर पाएंगे. कोडरमा डाक विभाग के डाक निरीक्षक दिवाकर कुमार ने कहा कि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए इंटरनेट बैंकिंग जरूरी है.
यदि कोई एनएससी (NSC) या केवीपी (KVP) खाता खोलना चाहता है तो उसे सबसे पहले डाक विभाग (DOP) इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा लेनी होगी. डाक विभाग द्वारा संचालित डीओपी इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करने वाले खाताधारक अपने घरों में आराम से एनएससी और केवीपी खाते खोल सकते हैं.
उन्होंने बताया कि केवीपी डाक विभाग की एक छोटी बचत योजना है. इसके तहत जमा की गई राशि खाता खोलने की तारीख से 10 साल चार महीने बाद मैच्योर होती है. इस बचत योजना के तहत खाता खोलने वाले लाभार्थियों को 6.9 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से ब्याज मिलता है. एनएससी डाक विभाग की लघु बचत योजनाओं के माध्यम से बचत प्रमाण पत्र उपलब्ध हैं. जमा राशि पांच साल बाद मैच्योर होती है और फिलहाल इस योजना में 6.8 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है.
डाक निरीक्षक दिवाकर कुमार ने बताया कि खाता खोलने या बंद करने के सेवा अनुरोध के सामान्य सेवा विकल्प पर जाने पर एनएससी और केवीपी खाते का विकल्प आएगा. एनएससी खाता न्यूनतम रुपये से खोला जा सकता है.
उन्होंने कहा कि डाक विभाग द्वारा एनएससी (NSC) और केवीपी (KVP) के लिए प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है. अब इसके खाते खुल गए हैं. ग्राहकों को एनएससी और केवीपी खाता संख्या जारी की जाती है. ग्राहकों को पासबुक दी जाती है. कोई भी व्यक्ति घर बैठे आवेदन करके अपना खाता बंद या खोल सकता है लेकिन इसके लिए ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग सुविधा लेनी होगी.
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