Tax-saving FDs: ये 5 बैंक दे रहे हैं FD पर बेस्ट इंटरेस्ट रेट, जानें डिटेल्स

नेहा दुबे | Updated:Jul 16, 2022, 10:49 AM IST

Tax-saving FD

Tax-saving FD की पांच साल की निश्चित अवधि होती है. ये निवेश विकल्प निवेशक को धारा 80C के तहत एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की कर कटौती का लाभ देते हैं.

डीएनए हिंदी: कर-बचत सावधि जमा (FDs) लोकप्रिय निवेश योजनाओं में से एक है क्योंकि वे एक निवेशक के दोनों उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं - टैक्स पर पैसे की बचत और बाजार की अस्थिरता से सुरक्षा. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि ये किसी भी तरफ स्टॉक मार्केट से जुड़े नहीं हैं.म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) और अन्य निवेश साधनों के विपरीत टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट (Tax-saving fixed deposits) बाजार से जुड़े रिटर्न नहीं देते हैं. उनके पास लोन की अवधि के लिए एक निर्धारित ब्याज दर और गारंटीकृत रिटर्न है. एफडी से मिलने वाला ब्याज वरिष्ठ नागरिकों के लिए टैक्स पर पैसे बचाने के अलावा आय के नियमित स्रोत के रूप में काम कर सकता है. टैक्स सेविंग एफडी की पांच साल की निश्चित अवधि होती है. ये निवेश विकल्प निवेशक को धारा 80सी के तहत एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की कर कटौती का लाभ (benefit of tax deduction) देते हैं.
 
एलिजिबिलिटी

केवल व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) ही मौजूदा टैक्स कानूनों के तहत टैक्स सेविंग FD में निवेश कर सकते हैं. कोई भी बैंक सहित किसी भी बैंक के साथ टैक्स सेविंग एफडी शुरू कर सकता है जिसके पास पहले से ही बचत खाता ही.
 
कोई भी बैंक में खाता न होने पर भी टैक्स सेविंग एफडी खोल सकते हैं लेकिन ग्राहक को अपने ‘ग्राहक को जानिए’ (KYC) प्रक्रिया से गुजरना होगा. KYC प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपके आईडी प्रूफ (PAN), एड्रेस प्रूफ (पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि) और पासपोर्ट साइज फोटो की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी की जरूरत होगी. टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट संयुक्त रूप से खोला जा सकता है. हालांकि टैक्स बेनिफिट का दावा केवल पहला धारक ही कर सकता है.
 
टैक्स सेविंग FD का ब्याज भुगतान

इस तरह की FD पर दी जाने वाली ब्याज दर बैंकों में अलग-अलग होती है। कर-बचत FD के संचयी ब्याज (cumulative interest) या गैर-संचयी विकल्पों (non-cumulative options) में से कोई भी चुन सकता है जो आमतौर पर अधिकांश बैंकों द्वारा पेश किया जाता है. संचयी विकल्प का मतलब है कि आपके मूलधन पर अर्जित ब्याज को फिर से निवेश किया जाएगा और मेच्योरिटी के समय आपको भुगतान किया जाएगा. दूसरी ओर गैर-संचयी विकल्प के मामले में आपको मासिक/त्रैमासिक/अर्ध-वार्षिक/वार्षिक आधार पर बैंक द्वारा दिए गए ब्याज का भुगतान किया जाएगा. बता दें कि वरिष्ठ नागरिकों को आमतौर पर टैक्स सेविंग FD पर ऊंची ब्याज दरें मिलती हैं.
 
पांच बैंक सबसे अच्छी टैक्स-सेविंग FD ब्याज़ दरों की पेशकश कर रहे हैं


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