डीएनए हिंदी: केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. रेपो रेट में बढ़ोतरी होने के बाद बैंकों ने लोन के ब्याज दरों में भी वृद्धि कर दी है. बता दें कि कुछ समय तक होम लोन की दरें काफी नीचे थीं लेकिन बैंकों के लोन में ब्याज दर की बढ़ोतरी से घर लेने का सपना अब सिर्फ सपना जैसा दिखाई दे रहा है. यहां हम आपको ऐसे ही कुछ टिप्स देंगे जिनकी मदद से आप अपने EMI के बोझ को थोड़ा कम कर सकते हैं.
डाउनपेमेंट किश्त में बढ़ोतरी करें
जब आप घर लेने के लिए होमलोन लेते हैं तो इस दौरान आपको कुछ रुपये डाउनपेमेंट के तौर पर देने पड़ते हैं. अब होमलोन काफी महंगा हो गया है तो कोशिश करें कि डाउनपेमेंट थोड़ा ज्यादा दें. मान लीजिये आपको 25 लाख का लोन 6.75 प्रतिशत पर 20 साल के लिए मिल रहा है तो आपकी EMI 19,009 रुपये बनेगी और कुल 20,62,183 रुपये आपको ब्याज के तौर पर चुकाने होंगे. अब अगर आपने डाउनपमेंट में 2 लाख रुपये दिए हैं तो आपको सिर्फ 23 लाख रुपये का लोन लेना होगा. ऐसे में आपकी EMI 17,488 रुपये देने होंगे और कुल 18,97,207 रुपये का इंटरेस्ट चुकाना पड़ेगा. यानी आपको कम EMI देनी होगी और ब्याज पर 1,64,976 रुपये की बचत होगी.
लोन के पीरियड में बढ़ोतरी करवा लें
अगर आप चाहते हैं कि आप पर लोन का बोझ ना पड़े तो लोन की अवधि को बढ़ा सकते हैं. लोन की अवधी बढ़ाने से EMI कम जाएगा लेकिन एक बात पर जरुर ध्यान दें कि आपको ऐसी स्थिति में ज्यादा ब्याज देना पड़ेगा.
प्री-पेमेंट का भी है आप्शन
लोन की EMI कम करने के लिए आप एकमुश्त कुछ ज्यादा रकम भी दे सकते हैं. प्री-पेमेंट करने से आपका ईएमआई पहले के मुकाबले कुछ कम हो जाएगा .
होम लोन ट्रांसफर की मदद
आपने जिस बैंक से लोन लिया है अगर आपको उससे सस्ती दर पर किसी अन्य बैंक में लोन मिल रहा है आप वाहन अपना होम लोन ट्रांसफर करवा सकते हैं.
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