डीएनए हिंदी: छोटे बच्चे से लेकर सेनियर सिटीजन तक सभी के पास आधार कार्ड जरुर होता है और हो भी क्यों ना. आखिर यह हमारे लिए पहचान पत्र का काम जो करता है. बहरहाल कुछ समय में आधार कार्ड नकली भी बनने लगे हैं. अब यह आधार कार्ड (Aadhar Card) असली हैं या नकली हैं इसके बारे में कैसे पता करें. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने इस बारे में आधार कार्ड की प्रमाणिकता जानने के लिए कुछ टिप्स बताए हैं. UIDAI के मुताबिक आधार कार्ड के असली या नकली होने के बारे में ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से पता लगाया जा सकता है. UIDAI का कहना है कि अक्सर आधार कार्ड की वैधता के बारे में जानने के लिए कई आर्गेनाइजेशन इस समस्या से जूझते हैं लेकिन अब प्राधिकरण ने इसके वैधता के बारे में पता करने के लिए बहुत ही इम्पोर्टेन्ट बातें बताई हैं.
एक ऑफिशियल नोटीफिकेशन के मुताबिक कार्डधारक ऑनलाइन उम्र, लिंग, राज्य और मोबाइल के आखिरी तीन अंक के बारे में 'माईआधार डॉट यूआईडीएआई डॉट इन' पर जाकर वेरिफिकेशन किया जा सकता है.
आधार कार्ड के QR से वेरिफिकेशन
नोटीफिकेशन में बताया गया है कि ऑफलाइन मोड के जरिए आधार कार्ड के QR कोड से भी जानकारी वेरीफाई की जा सकती है. आधार कार्ड के साथ छेड़छाड़ होने के बावजूद भी QR कोड की जानकारी बिलकुल सुरक्षित रहेगी. आप चाहें तो QR कोड के लिए ‘Aadhar QR Scanner’ ऐप प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं और इसकी मदद से QR कोड पढ़ सकते हैं.
कब शुरू हुआ था आधार कार्ड ?
आधार कार्ड की को 1 जनवरी 2013 को आधार प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था. इस दौरान यह देश के 51 जिलों में लागू किया गया था. हालांकि उसके कुछ ही सालों बाद यह देश के सभी हिस्सों में लागू कर दिया गया. किसी भी सरकारी काम-काज या कोई अन्य डॉक्यूमेंट (Document) के लिए आधार कार्ड (Aadhar Card) आज के समय में बेहद जरूरी दस्तावेज है.
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