Inflation: महंगे सिलेंडर से निवेश के नए नियमों तक... 1 May से होंगे ये बड़े बदलाव

मई की शुरुआत बैंकों की छुट्टियों के साथ हो रही है और इस महीने महंगाई एक बार फिर कई बड़े झटके दे सकती है.

अप्रैल का महीना महंगाई के लिहाज से आम आदमी के लिए बेहद ही कठिन रहा है. पेट्रोल-डीजल से लेकर खाद्य तेल और नींबू तक के दामों में बढ़ोतरी ने लोगों की जेब पर महंगाई का एक बड़ा बम फोड़ा है.  ऐसे में जो लोग मई में राहत की उम्मीद लगाए बैठें हैं उनके लिए बड़ी खबर यह है कि मई में भी लोगों को किसी प्रकार की राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. हालांकि मई में कुछ बड़े बदलाव भी होने वाले हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर मई में ऐसा क्या होने वाला है. 

अप्रैल में लगे महंगाई के झटके

दरअसल, अप्रैल में लोगों को महंगाई के कई बड़े झटके लगे हैं. पेट्रोल-डीजल की कीमतें जहां आसमान छू रही हैं तो वहीं एलपीजी सिलेंडर से लेकर पीएनजी और सीएनजी की कीमतें भी बढ़ गई हैं. इसके अलावा देश में पॉम ऑयल के दाम भी बढ़ने की संभावनाएं हैं और अप्रैल की महंगाई का असर आम जनता पर मई में भी पड़ने वाला है. 

पेट्रोल-डीजल की और बढ़ेंगी कीमतें

पिछले दो महीनों में अधिकतम 80 पैसे प्रति दिन की दर से  पेट्रोलियम  कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में करीब 10 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी कर दी है. वहीं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की कीमतें अस्थिर हैं. ऐसे में यदि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जरा सी भी हल-चल हुई तो एक बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा होता दिख सकता है. 

बढ़ सकते हैं सिलेंडर के दाम

इस महीने की शुरुआत में भी गैस सिलेंडर कंपनियां दामों को लेकर फैसला ले सकती हैं. माना जा रहा है कि घरेलू गैस के दामों में अच्छी खासी बढ़त होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि पिछली बार गैस सिलेंडर के दाम में 50 रुपये का बढ़ोतरी की गई थी. 

चार दिन बैंक बंदी

अगर आपके बैंकों में लगातार चक्कर लगते रहते हैं तो मई महीने की शुरुआत आपके लिए थोड़ी खराब हो सकती है. आपको बता दें कि 1 मई से 4 मई तक लगातार चार दिन बैंक बंद रहेंगे. हालांकि ये छुट्टियां अलग-अलग राज्यों के हिसाब से होंगी. मई महीने की शुरुआत में ही देश में ईद मनाई जाएगी. इसके अलावा शनिवार और रविवार को मिलाकर मई महीने में पूरे 11 दिन बैंक बंद रहेंगे. ऐसे में बैंकिंग से जुड़े कामों के लिए भी इस महीने चुनिंदा दिन ही हैं. 

निवेशकों के लिए राहत

1 मई से होने वाले अन्य बड़े बदलावों में से एक यह भी है कि रिटेल इंवेस्टर्स के लिए UPI पेमेंट की लिमिट बढ़ाई जाएगी. सेबी के नए नियम के हिसाब से 1 मई के बाद किसी कंपनी के IPO में इंवेस्ट करने के लिए UPI से पेमेंट करते समय आप 5 लाख रुपये तक की बिड सब्मिट कर सकते हैं. फिलहाल ये लिमिट दो लाख रुपये की है.