इंश्योरेंस कंपनियां कैसे तय करती हैं आपकी कार की मार्केट वैल्यू, समझें उनका IDV फॉर्मूला

IDV in Car Insurance: आपकी गाड़ी को हुए नुकसान के लिए इंश्योरेंस कंपनी कितना पैसा देगी यह आपकी गाड़ी की आईडीवी (इंश्योरेंस वैल्यू) पर निर्भर करता है.

मनीष कुमार | Updated: Aug 07, 2023, 02:50 PM IST

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आईडीवी ( IDV) एक फॉर्मूला है जिसका यूज करते समय गाड़ी का साल, महीना, मॉडल आदि को ध्यान में रखकर इंश्योरेंस वैल्यू तय की जाती है.

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आम तौर पर छह महीने पुरानी कार की आईडीवी 95 %  तक होती है, यानी कि शोरूम कीमत से 5 % कम.

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यदि आपकी कार 6 महीने से लेकर 1 साल तक पुरानी है, तो आईडीवी शोरूम कीमत से 15% कम होगी.

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1 साल से 2 वर्ष पुराने वाहनों के लिए आईडीवी शोरूम कीमत से 20 % कम तय की जाती है.

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2 साल से 3 साल तक के पुरानी गाड़ियों की आईडीवी शोरूम कीमत से 30% से कम रखी जाती है.

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3 साल से 4 साल पुराने व्हीकल की आईडीवी शोरूम कीमत से 40 फीसदी से लेकर 60 फीसदी तक रखी जाती है. यह गाड़ी की कंडीशन पर निर्भर करता है कि कितनी IDV रखी जाएगी.

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4 साल से 5 साल तक पुराने वाहन की आईडीवी शोरूम कीमत का 50 % और 5 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियों के लिए आईडीवी का मार्केट मूल्य, सर्विस स्टेटस और बॉडी पार्ट्स आदि को ध्यान में रखते हुए किया जाता है. इस मामले में कार की कीमत इंश्योरेंस कंपनी और कस्टमर दोनों की सहमति से तय की जाती है.