8 साल के मोदी ऐरा में Share Market: लाइफटाइम हाई से लेकर सबसे बड़े इंट्राडे फॉल्स तक

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 26, 2022, 06:33 PM IST

इन आठ वर्षों के दौरान, भारतीय शेयर बाजारों ने बीएसई सेंसेक्स 62,245.43 और एनएसई निफ्टी स्केलिंग के साथ 18,604 अंकों के साथ लाइफटाइम हाई पर पहुंचा.

डीएनए हिंदी: 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के आज आठ साल हो गए हैं. मोदी सरकार के आठ वर्षों में कई बड़ी घोषणाएं शामिल हैं जैसे कि मॉनेटाइजेशन, जीएसटी, कॉर्पोरेट टैक्स रेट में कटौती, लॉकडाउन. रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवलपमेंट एक्ट, इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, कुछ अन्य सुधार भी शामिल हैं, जिन्हें इस अवधि के दौरान पेश और लागू किया गया था. इन आठ वर्षों के दौरान, भारतीय शेयर बाजारों (Share Market) ने बीएसई सेंसेक्स 62,245.43 और एनएसई निफ्टी स्केलिंग के साथ 18,604 अंकों के साथ लाइफटाइम हाई पर पहुंचा. दिलचस्प बात यह है कि सेंसेक्स के 15 में से 13 सबसे बड़े इंट्राडे गिरावट (अंकों के अनुसार) भी इन आठ वर्षों के दौरान देखने को मिली हैं. 

26 मई 2014 के बाद सेंसेक्स, निफ्टी की सबसे बड़ी इंट्रा डे गिरावट
इन आठ वर्षों में अंकों के हिसाब से सबसे बड़ी गिरावट 2020 में देखने को मिली थी. ताज्जुब की बात तो ये है कि देश की टॉप 5 बड़ी गिरावट भी 2020 में ही देखने को मिली थी. वास्तव में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण बाजार में गिरावट आई थी. 23 मार्च, 2020 को, सेंसेक्स ने अपनी सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट देखी. इस दिन सेंसेक्स 4,035.13 अंक या 12.71 फीसदी की भारी गिरावट आई थी. इसी दिन निफ्टी के इतिहास में सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट भी देखी. उस दिन निफ्टी में 1135.20 अंक या 13 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी. इन आठ वर्षों में बीएसई सेंसेक्स का मार्केट कैप 85 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 248 लाख करोड़ रुपए हो गया है. वहीं 26 मई 2014 से आज तक निफ्टी ऑटो इंडेक्स 69 फीसदी बढ़ा है, जबकि मेटल्स और फार्मा इंडेक्स में क्रमश: 61 फीसदी और 69 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. इस दौरान बैंक निफ्टी इंडेक्स 129 फीसदी और आईटी इंडेक्स 200 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है.

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मोदी ऐरा के दौरान सेंसेक्स में सबसे बड़ी गिरावट

तारीख सेंसेक्स में गिरावट (अंकों में) 
23 मार्च, 2020         4053
13 मार्च 2020         3389
12 मार्च 2020         3204
16 मार्च 2020         2827
9 मार्च 2020           2467
19 मार्च 2020         2155
26 फरवरी 2021       2148
5 मई 2020           2085
24 फरवरी 2022       2084
24 जनवरी 2022       2053


आठ सालों में निफ्टी इंडेक्सेस का प्रदर्शन 

निफ्टी इंडेक्स       प्रदर्शन 
निफ्टी ऑटो       69 फीसदी 
निफ्टी मेटल्स       61 फीसदी 
निफ्टी फार्मा       69 फीसदी 
बैंक निफ्टी       129 फीसदी 
आईटी इंडेक्स     200 फीसदी 


मोदी सरकार की प्रमुख घोषणाओं के जवाब में बाजार का रिएक्शन 

जीएसटी इंप्लीमेंटेशन : जीएसटी बिल 29 मार्च 2017 को संसद में पारित किया गया था, जिसके बाद निफ्टी एक सप्ताह में 1.5 फीसदी बढ़ा, जबकि सेंसेक्स 1.2 फीसदी बढ़ा. यह अधिनियम 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ, जिसके बाद निफ्टी सूचकांक एक सप्ताह में केवल 0.5 फीसदी बढ़ा.

मॉनेटाइजेशन : 8 नवंबर 2016 को, मोदी सरकार ने महात्मा गांधी सीरीज के सभी 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा की. इसने पुराने नोटों के बदले 500 और 2,000 रुपये के नए नोट जारी करने की भी घोषणा की. इस कदम के बाद एक हफ्ते में निफ्टी में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, जबकि सेंसेक्स में 4.2 फीसदी की गिरावट आई.

लॉकडाउन : देश में कोरोनावायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए, 24 मार्च, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की. सेंसेक्स और निफ्टी में 13 फीसदी तक की गिरावट के एक दिन बाद यह घोषणा हुई. पीएम द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के बाद के सप्ताह में, बाजारों ने कुछ नुकसान की भरपाई की, क्योंकि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि हुई.

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2014 और 2019 में मोदी के सत्ता में आने पर बाजार का रिएक्शन 

2014: बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 16 मई, 2014 को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा था. इस दिन निवेशकों ने लोकसभा चुनाव के नतीजों का जश्न मनाया, जिसमें साफ हो गया था कि देश के अगले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनने वाले हैं. मतगणना की तारीख, 16 मई, 2014 को, बीएसई सेंसेक्स ने पहली बार 25,000 के मनोवैज्ञानिक लेवल को पार किया इंट्रा-डे में सेंसेक्स 1,470 अंक बढ़कर, 25,375.63 लाइफटाइम हाई पर पहुंचा था. जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 7,500 अंक के लेवल को तोड़कर 7,563.50 के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया था. 

2019: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले-एनडीए की शानदार जीत की वजह से 24 मई 2019 को दलाल स्ट्रीट पर उत्साह देखने को मिला. उस दिन बीएसई सेंसेक्स 623 अंक या 1.61 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ था. एनएसई निफ्टी 187 अंक या 1.60 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ था. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 मई को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला दिन शुरू किया, तो सेंसेक्स ने 40,122.34 के हाई लेवल को छुआ, जो लोकसभा चुनाव परिणाम दिवस के दौरान दर्ज किए गए 40,124.96 के अपने लाइफ टाइम हाई के काफी करीब था. निफ्टी ने इंट्रा डे में 12,039 के हाई लेवल पर पहुंचा था. 

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