डीएनए हिंदी: दुनिया भर में आर्थिक मंदी की लहर का असर अब भारत में भी दिखने लगा है. आईटी और ई-कॉमर्स फील्ड में चल रही छंटनी की कतार में एक्सेंचर आईटी कंपनी (Accenture IT Company) भी शामिल हो गई है. कंपनी ने बृहस्पतिवार को करीब 19,000 कर्मचारियों को हटाने की घोषणा की है. यह कंपनी के कुल कर्मचारियों का 2.5 फीसदी हिस्सा है. हालांकि कंपनी यह छंटनी एकसाथ नहीं करेगी बल्कि अगले 18 महीने के दौरान धीरे-धीरे इतने कर्मचारी हटाए जाएंगे.
कंपनी ने बताया, कौन से कर्मचारी होंगे प्रभावित
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने बताया है कि छंटनी की प्रक्रिया में पहले उन कर्मचारियों को हटाया जाएगा, जो गैर बिलिंग कॉरपोरेट फंक्शनिंग वाले काम से जुड़े हैं. कॉस्ट कटिंग के लिए कंपनी अपनी लागत घटाकर ग्रोथ को एडजस्ट करने के टारगेट को कारण बताया है. एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट (Julie Sweet) ने कहा कि हम फाइनेंशियल ईयर 2024 और उसके बाद भी लागत को कम रखने की कोशिश में जुटे हैं. इससे हमें बिजनेस में ज्यादा निवेश कर अहम ग्रोथ का लाभ उठाने का मौका मिलेगा.
भारत में भी बड़े पैमाने पर पड़ेगा प्रभाव
कंपनी के इस छंटनी अभियान का भारत में भी बड़े पैमाने पर प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि कंपनी की भारतीय शाखाओं में लाखों कर्मचारी काम कर रहे हैं. माना जा रहा है कि छंटनी में यहां भी बहुत सारे लोगों की नौकरियां खत्म होंंगी. कंपनी ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह कहां कितने कर्मचारी हटाने जा रही है.
कंपनी मान रही कि मुनाफा घटेगा
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपनी सालाना रेवेन्यू ग्रोथ और प्रॉफिट के अनुमानों को भी घटाया है, जिससे यह इशारा मिला है कि कंपनी अपने मुनाफे में कमी आने की संभावना देख रही है. कंपनी ने सालाना रेवेन्यू ग्रोथ के 8 से 10 फीसदी के बीच रहने का अनुमान लगाया है. पहले यह अनुमान 8 से 11 फीसदी के बीच था. साथ ही कंपनी ने प्रति शेयर आय भी 11.20 से 11.52 डॉलर के बीच रहने के बजाय इस अनुमान को भी घटाकर 10.84 डॉलर से 11.06 डॉलर के बीच तक कर दिया है.
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